अन्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कश्मीर मुद्दे पर इमरान खान मचा रहे हैं शोर
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से लगातार पाकिस्तान इसका विरोध कर रहा है । इसके लिए पाकिस्तान मदद की गुहार लगाते अमेरिका चीन, रूस ब्रिटेन आदि देशों के पास गया था लेकिन उसे हर तरफ से निराश ही होना पड़ा । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जम्मू कश्मीर के मसले को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय भी जाने का मन बना चुके हैं । पाकिस्तान की मौजूदा हालत शायद ही किसी से छुपी हो । जब से इमरान खान प्रधानमंत्री बने हैं तब से पाकिस्तान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है । पाकिस्तान में महँगाई इतनी ज्यादा हो गई है कि आम जनता परेशान है ।
इमरान खान ने पाकिस्तान की सत्ता पाने के लिए, पाकिस्तान में विकास, रोज़गार के अवसर को बढ़ाने तथा सरकारी नीतियों का फायदा अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का वादा किए थे लेकिन साल भर गुजर जाने के बाद भी इमरान खान के वादे सिर्फ वादे बनकर रह गए । इस बात को लेकर देश की जनता में काफी ज्यादा आक्रोश है और पाकिस्तान के सभी प्रांत सरकार के खिलाफ होते दिखाई दे रहे हैं । ऐसे में इमरान खान कश्मीर मुद्दे को उछाल कर इन मुद्दों से बचने की कोशिश कर रहे है । पाकिस्तान के आर्थिक हालात बदहाली की स्थिति में है और खाने पीने की जरूरी चीजों की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ रही है यहां तक कि दूध, नान,और ब्रेड रोटी तक भी इतने ज्यादा महंगे हो गए हैं कि वे आम जनता की थाली से दूर होते जा रहे हैं ।
इसको लेकर पाकिस्तान की आम जनता में जबर्दस्त नाराज़गी है और पाकिस्तान द्वारा भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते को खत्म करने के बाद आर्थिक स्थिति और ज्यादा बिगड़ती जा रही हैं । आलम यह है कि पाकिस्तान में मुद्रास्फ़ीति की दर दो अंकों तक जा पहुंची है । इन मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए इमरान खान कश्मीर मुद्दों पर कुछ ज्यादा तूल दे रहे हैं । यहां तक कि इमरान खान ने अपने घरेलू मुद्दों से ज्यादा अहमियत कश्मीर के मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दी है । जबकि आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका और कई देशों द्वारा सीधे तौर पर पाकिस्तान कठघरे में है जल्द ही पाकिस्तान को काली सूची में डाला जाने का विचार हो रहा है । ऐसा हो जाता है तो बाहरी देश पाकिस्तान में निवेश करने से बचेंगे ।
वही दूसरी तरफ इस बात की पूरी संभावना है कि यदि पाकिस्तान कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ले जाता है तो उसे निराशा ही मिलेगी। इमरान खान की सरकार कश्मीर मसले को लेकर सेना के हाथों मजबूर है क्योंकि पाकिस्तानी सेना के पास ही देश की सर्वोच्च ताकत हमेशा से रही है यहां तक माना जाता है कि देश की कमान किसके हाथ में रहेगी यह सेना द्वारा ही निर्धारित होता है और इमरान खान को सत्ता तक पहुंचाने में सेना का ही योगदान रहा है । पाकिस्तान की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है और इन मुद्दों से पाकिस्तान की जनता और आतंकवाद के मसले पर अन्य देशों का ध्यान भटकने में कश्मीर का मुद्दा इमरान खान के लिए एक सबसे उम्दा विकल्प है ।