आइये आज किशोर दा को गुनगुनाते है फिर से जीते हैं
किशोर दा एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने बेहतरीन अभिनेता और बेहतरीन गायक के रूप में पहचान पाई है । किशोर दा अभिनेता और गायक होने के साथ साथ बतौर निर्माता निर्देशक, गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर की भी भूमिका अदा कर चुके हैं । किशोर दा के गीत आज भी खूब गाए जाते हैं । किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्य प्रदेश में हुआ था और उस समय भारत आजाद नहीं हुआ ।
कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना… जिन्दागी के सफर में गुजर जाते हैं…. या फिर मेरा जीवन हसि कोरा कागज…. जैसे किशोर दा के गाने आज भी अक्सर सुनने को मिल जाते है । किशोर दा ने अपने फिल्मी कैरियर में डेढ़ हजार से भी अधिक गाने गाए हैं और आज भी इनके गानों को लोग सुनना पसंद करते हैं । किशोर दा ने अपनी कुछ गानों के जरिए जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को समझाया भी है और जिंदगी की नए ढंग स परिभाषा भी किया है जैसे जिंदगी का सफर है ये कैसा सफर…. या फिर रुक जाना नही तू कभी हार के कांटो पर चल के मिलेगी रहें बाहर के ….
इसके साथ–साथ उन्होंने कई सारे रोमांटिक गाने भी गाए हैं जैसे पल पल दिल के पास तुम रहती हो जीवन मीठी प्यास यह कहती हो… आज भी खूब सुने जाते हैं । किशोर दा को सदाबहार गायक के रूप में जाना जाता है क्योंकि उन्होंने लगभग हर तरह के गाने गाए है चाहे वो यादों से जुड़े हो या तन्हाई से, जिंदगी से जुड़े हो या फिर रोमांस से । तो एक बार फिर से हम किशोर दा आवाज में उनके कुछ गीतों को सुनकर एक बार फिर से उन्हें अपनी जिंदगी में वापस लाते हैं उनके गानों को सुनते हैं जो दिल को सुकून दे ।