आज के ही दिन शार्प शूटर ने गुलशन कुमार को मारा था
कैसेट किंग बनने वाले गुलशन कुमार की 12 अगस्त 1997 को शार्प शूटर द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई थी । गुलशन कुमार कभी जूस की दुकान चलाया करते थे लेकिन संगीत से उन्हें लगाव था इसलिए वो दिल्ली से मुम्बई आ गए जहां पर वे ओरिजनल गानो को अपनी आवाज में रिकॉर्ड कर कम दामों में बेचा करते थे । गुलशन कुमार का जन्म 5 मई 1956 में दिल्ली के एक पंजाबी परिवार में हुआ था । गुलशन कुमार को बालीबुड के साथ आम जनता भी आज तक भूल नही आ रही । गुलशन कुमार ने देश मे कैसेट का साम्राज्य स्थापित किया था । गुलशन कुमार टी सीरीज के संस्थापक थे ।
गुलशन कुमार की मृत्यु बहुत ही दर्दनाक हुई थी । गुलशन कुमार को गोलियों से भून कर बेरहमी में हत्या कर दी थी जब वे मंदिर में पूजा करके वापस आ रहे थे तो मंदिर की सीढ़ियों पर ही उन्हें अबु सलेम के शार्प शूटर द्वारा गोली मारी गई थी । गुलशन कुमार को कुल 16 एक के बाद एक गलियां मारी गई थी जिसमे एक गोली उनके गर्दन और बाकी उनके पीठ पर लगी थी । गुलशन कुमार को कैसेट किंग भी कहा जाता है । गुलशन कुमार को कामयाबी तो मिली लेकिन उनके दुश्मन भी बनते गए । कहा जाता है अपनी मृत्यु वाले दिन वो एक प्रोड्यूसर से सुबह बात करके बताये थे कि वो एक सिंगर से मिलने जायेगे उसके बाद एक मित्र से मिल कर मंदिर जायेगे उसके बाद उनसे मिलेगे लेकिन मंदिर से लौटते समय उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गई थी ।
एस हुसैन जैदी ने अपनी किताब माई नेम इज अबु सलेम में बताया कि अबु सलेम ने गुलशन कुमार से 10 करोड़ रुपये की माँग की थी और गुलशन कुमार ने ये कह कर मना कर दिया था कि इतने पैसे से वो वैष्णव देवी में भंडार करवा देंगे तो अबु सलेम ने मुंबई के जितेश्वर मंदिर के बाहर अपने शार्प शूटर से इनकी हत्या करवा दी । गुलशन कुमार की अचानक मृत्यु से इनका परिवार बिखर गया था और पूरी जिम्मेदारी इनके बेटे भूषण कुमार पर आ गई और भूषण कुमार ने अपने पिता के टी सीरीज के कारोबार को संभाला और आज टी सीरीज भारत की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी है ।