आने वाले दो वर्षों में अमेरिकी में मंदी देखने को मिल सकती है
अमेरिका में मंदी की संभावना के मद्देनज़र एक सर्वे किया गया और विशेषज्ञों का विचार जाना गया । सर्वे में 38 फीसदी विशेषज्ञ में माना कि आने वाले साल में अमेरिकी मे मंदी देखने को मिल सकती हैं लेकिन 34 फीसदी विशेषज्ञों ने कहा कि 2021 से पहले मंदी नही आएगी । यानी कि बहुमत अर्थशास्त्रियों का कहना है कि 2020 या 2021 में अमेरिका में बड़ी मंदी होने की संभावना है ।
इनके अनुसार अमेरिकी अर्थव्यवस्था बड़ी मंदी की कगार पर पहुँच गई है । लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का ने मंदी की खबरों का खंडन किया है । न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने बताया कि फेडरल रिजर्व बैंक के कोशिशों की वजह से मंदी का समय थोड़ा सा आगे बढ़ गया है । डोनल्ड ट्रंप ने कहा कि ‘ मैं हर तरह के बात के लिए तैयार हूं, मुझे नही लगता कि हम मंदी में पड़ेंगे , हम बहुत अच्छा चल रहे है हमारे उपभोक्ता धनी हैं , मैंने उन्हें टैक्स में जबरदस्त छूट दी है उनके पास खूब पैसा है और वे खरीददारी कर रहे । मैंने वालमार्ट के आंकड़े देखे उन्हें छप्पर फाड़ आमदनी हो रही है’ ।
लेकिन अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरेल रिजर्व बैंक भी संकेत दिया है कि आने वाले समय मे अर्थव्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है । अर्थशास्त्री कांस्टेंस के अनुसार अर्थव्यवस्था में विस्तार का दौर कुछ और समय तक रह सकता है इनके अनुसार मंदी 2020 या 2021 में आएगी लेकिन दुनिया को सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के संबंध में मंदी को लेकर विशेषज्ञों में अलग अलग राय है । अर्थशास्त्रियों में चीन और अमेरिका के बीच कोई बड़ा समझौता होने पर भी संदेह है ।
उधर दुनियाभर के ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में सुस्ती जारी है । घरेलू और वैश्विक मंदी और सरकार की नीतिओ की अनिश्चितता और चीन की आक्रामक चाल का असर भारत के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी देखने को मिल रहा है । अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार बाद रहा ऐसे में भारत को अपना कारोबार बढाना चाहिए था लेकिन अब तक ऐसा नही हुआ है और भारत में ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में काफी सुस्ती देखने को मिल रही बिक्री में लगातार गिरावट बनाई हुई है ।