इसरो ने देशवासियों का शुक्रिया अदा किया

इसरो ने देशवासियों को ट्विटर पर पोस्ट करके शुक्रिया कहा है । इसरो ने ट्विटर पर किए गए अपनी पोस्ट में कहा कि हमारे साथ खड़े रहने के लिए शुक्रिया हम आगे बढ़ते रहेंगे । दुनिया भर में रह रहे भारतीयों के उम्मीदों और सपनों को पूरा करने के लिए हमें प्रेरित करने के लिए शुक्रिया । दरअसल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने चंद्रयान-2 के मसले पर देशवासियों के द्वारा मिले समर्थन के लिए इसरो ने ट्विटर पर पोस्ट करके  शुक्रिया कहा ।

क्योंकि 7 सितंबर को जब चंद्रयान मिशन के विक्रम लेंडर से इसरो का संपर्क टूट गया था तो देशवासियों द्वारा  इसरो का समर्थन किया गया और उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया । मालूम हो कि भारत का चंद्रयान 2 मिशन  22 जुलाई को छोड़ा गया था और चन्द्रयान का विक्रम लैंड चंद्रमा की सतह से कुछ किलोमीटर ही दूर था जब उसका संपर्क इसरो से टूट गया । विक्रम लैंडर सॉफ्ट लैंडिंग के जरिये चांद की सतह पर उतारा जा रहा था तो कुछ मिनट पहले ही कुछ तकनीकी गड़बड़ी आ जाने की वजह से विक्रम लैंडर से इसरो का संपर्क टूट गया था और तब से अब तक इसरो ने लगातार विक्रम लेंडर से संपर्क साधने की कोशिश भी की लेकिन सफल नहीं हो पाया और अब चाँद पर रात हो जाने की वजह से अंधेरों हो गया है ।

इसलिए इस बात की संभावना लगभग समाप्त हो गई है कि इसरो द्वारा फिर से विक्रम लैंडर से संपर्क हो पाएगा । विक्रम लैंडर से संपर्क टूट जाने के बाद भी इसरो के चंद्रयान 2 मिशन को 99% सफल बताया जा रहा है और अभी भी चन्द्रयान -2 का आर्बिटर चांद का चक्कर लगा रहा है और उसी ने चांद पर विक्रम लेंडर की निर्जीव बड़े होने की तस्वीर इसरो को भेजी थी । जब इसरो का संपर्क चन्द्रयान-2 के रोबोट विक्रम लैंडर से टूट गया तो देशवासियों द्वारा इसरो का हौसला अफजाई किया गया था ।

प्रधानमंत्री खुद भी इसको के सराहनीय प्रयास की तारीफ की थी । इसरो के चंद्र मिशन की सराहना न सिर्फ भारत द्वारा की गई बल्कि विभिन्न देशों द्वारा भी की गई । यहां तक कि अमेरिका के नासा ने भी इसरो के प्रयास की सराहना की थी और चन्द्रयान -2 के विक्रम लैंडर से संपर्क करने में नासा ने भी इसरो की मदद भी की थी लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई । इस समय इसरो अपने तीसरे चंद्र मिशन पर भी काम करना शुरू कर दिया है ।

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