एक मिसाल : सामाजिक सरोकार के अभियान के बदौलत इस आईपीएस ने हासिल किया अंतरराष्ट्रीय अवार्ड
आइये जानते हैं एक ऐसे आईपीएस के बारे में जिन्हें उनके कामों की वजह से पहचान मिली है और उनके काम के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है । ये आईपीएस अधिकारी छत्तीसगढ़ में तैनात है और इनका नाम है आरिफ एच शेख ।
आमतौर पर भारत में पुलिस की छवि को थोड़ा कठोर मानी जाती है । आम आदमी पुलिस के नाम से ही डर जाता है । लेकिन कुछ प्रयोगधारी पुलिस अधिकारी ऐसे भी हैं जो लोगों की इस नकारात्मक मानसिकता को दूर करने में लगे हुए हैं । कोशिश उनकी यह है कि लोगों के मन में पुलिस के नाम से डर न रहे । ऐसे ही एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरिफ शेख है ।
जो इस समय छत्तीसगढ़ में तैनात हैं । इस आईपीएस अधिकारी की उनके काम की वजह से जनता में उनकी एक अलग पहचान बन गई है ।
छत्तीसगढ़ के रायपुर के पुलिस उप महानिरीक्षक आरिफ शेख अपने पुलिसिंग की कार्यप्रणाली को अपनी सामाजिक सरोकार के अभियानों के माध्यम से काफी सशक्त बनाया है । उनके इस काम के कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय एसोसिएशन चीफ ऑफ पुलिस के प्रतिष्ठित 40 अंडर 40 अवार्ड से सम्मानित किया गया ।
मालूम हो कि इस अवार्ड से सम्मानित होने वाले आरिफ एकमात्र भारतीय पुलिस अधिकारी हैं । आरिफ को यह पुरस्कार शिकागो में आयोजित एक समारोह में यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ पुलिस ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से सम्मानित किया गया है ।
मालूम हो कि इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ पुलिस का हेड क्वार्टर यूनाइटेड स्टेट में स्थित है । इस अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा 40 वर्ष से कम उम्र के उन पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया जाता है जो अपने पुलिस के कार्यो में प्रयोग कर के अच्छे कार्यों से समाज में परिवर्तन लाने का काम करते हैं । आरिफ के साथ ही सात देशों के करीब 40 पुलिस अधिकारियों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया है ।
आरिफ ने अपने कामों के जरिए पुलिस की छवि को सुधारने का काम किया और आम आदमी के बीच पुलिस के खौफ को कम करने की कोशिश की । आरिफ ने छत्तीसगढ़ के बस्तर, बिलासपुर, बालोद, और रायपुर जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर रह चुके हैं और अपने 5 वर्षों के कार्य के दौरान उन्होंने पुलिस की छवि सुधारने के लिए कई सारे महत्वपूर्ण काम किए हैं ।
आरिफ ने बालोद में महिला सशक्तिकरण के लिए ‘नवोदय अभियान’ और बस्तर में ‘आमचो बस्तर आमचो पुलिस’ इसके अलावा बिलासपुर में ‘संवेदना’ और ‘राखी विद खाकी’ अभियान चलाया था । इसके अलावा उन्होंने रायपुर में रक्षाबंधन के त्यौहार पर महिलाओं और बालिकाओं के द्वारा रक्षाबंधन के अवसर पर पुलिसकर्मियों को राखी बांधने का अभियान चलाया था ।
जिसकी काफी सराहना हुई थी । आईपीएस आरिफ द्वारा रायपुर में ‘ मिशन ई रक्षा’ को भी अपने मार्गदर्शन में शुरू किया था । इसके अलावा ‘हर हेड हेलमेट’ नामक अभियान चलाकर जनता के सहयोग से बड़ी तादाद में दुपहिया चालकों को हेलमेट भी बांटने का काम किये थे ।
आरिफ के इस अभियान को गिनीज और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है । आपको बता दें कि बेहतर पुलिसिंग के लिए आरिफ को सिक्योरिटी वॉच इंडिया, फिक्की और आईएसीपी द्वारा दो बार प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है ।
मालूम हो कि इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ ऑफ पुलिस एक ऐसा संगठन, जो दुनियाभर में पुलिसिंग के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले अधिकारियों को आवार्ड दे कर सम्मानित करता है ।