औषधीय गुणों से भरपूर यह सब्जी ₹30 हजार किलो में बिक रही
जी हां यह सच है । आप लोग यह जानने के लिए बहुत उत्सुक होंगे कि ऐसी कौन सी सब्जी है जो ₹30 हजार किलो बिक रही है । चलिए जानते हैं इस सब्जी की खासियत क्या है? इस सब्जी का नाम है गुच्छी और इसका औषधि नाम मारकुल एक्सक्यप्लेूटाऔर पूरे देश में इसे स्पंज मशरूम के नाम से भी जाना जाता है । इस सब्जी में बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं और यह स्वाद में भी बेजोड़ है । यह हिमाचल प्रदेश के जंगलों में पाई जाती है और स्थानीय भाषा में वहां के लोग इसे छतरी, टटमोर या फिर डूंघरु कहते हैं ।
यह स्पंज मशरूम हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, शिमला, मनाली, चंपा आदि कई जिलों के जंगलो में पाई जाती है । आज भी बहुत सारे लोग इसके गुणों से अनजान हैं और इसका भरपूर फायदा नहीं उठा पा रहे हैं । यह सब्जी ऊंची पहाड़ी इलाकों के घने जंगलों में कुदरती रूप से पाई जाती है । लेकिन जंगलों की अंधाधुंध कटाई की वजह से अब यह काफी कम मात्रा में मिलने लगी है । यह सबसे महंगी सब्जी है और इसकी सप्लाई हिमाचल के बड़े-बड़े होटलों में ही होती है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे हिमाचल का मशरूम कहते हैं उन्हें भी यह बहुत पसंद है ।
यह पहाड़ों पर रहने वाले शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत है और गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थ में यह शामिल है । इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन डी और सेहत के लिए जरूरी एमिनो एसिड पाए जाते हैं । इसको लगातार खाने से दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम हो जाती है । इस हिमाचल के मशरूम की माँग भारत के साथ-साथ यूरोप, अमेरिका,फ्रांस और इटली जैसे देशों में भी है । इसकी पैदावार जम्मू कश्मीर और हिमालय के ऊँचे पर्वतीय इलाकों में होती है, खासकर के लिए वहां जहां पर बर्फ गिरती है । जब बर्फ पिघलने लगती है तो कुछ दिनों बाद ही यह स्पंजी मशहूर उन पहाड़ी क्षेत्रों पर उगने लगती है ।
इस पहाड़ी मशरूम का उत्पादन पहाड़ों पर बिजली की गड़गड़ाहट और चमक से निकालने वाली बर्फ से होता है और यह प्राकृतिक रूप से जंगलों में अपने आप उग आती है । फरवरी से अप्रैल के महीने में ही यह सब्जी मिलती है । इसका सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है तथा यह प्रोटेस्ट व स्तन कैंसर होने की आशंका को कम करता है । इसके साथ ही ट्यूमर को बनने से रोकता है और कीमो थेरेपी से आने वाली कमजोरी को दूर करने में भी यह काफी सहायक होता है ।