चीन मना रहा है कम्युनिस्ट शासन की 70 वीं सालगिरह
चीन में 1 सितंबर को साम्यवादी शासन की 70वीं सालगिरह मनाई जा रही है और इस अवसर पर चीनी प्रशासन द्वारा भव्य परेड निकाली गई । इस परेड में चीन ने अपने अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया जिसमें परमाणु और हाइपरसोनिक मिसाइल भी शामिल है । हालांकि इस सालगिरह की अधिकारी शुरुआत 30 सितंबर से ही हो गई थी । चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के संस्थापक माओ ज़ेडोंग को श्रद्धांजलि दे कर इसकी सुरुआत 30 सितम्बर को ही कर दी । मालूम हो की चीन में माओ ज़ेडोंग के पार्थिव शारीर हो संरक्षित रखा गया है । सामान्यतया चीन अपने हथियारों को दुनिया की नजर से बचा कर रखता है ।
लेकिन कम्युनिस्ट शासन की इस वर्षगांठ पर चीन ने अपने सभी हथियारों का प्रदर्शन किया है । एक तरफ जहां चीन में देशभक्ति का माहौल बना हुआ है वहीं हांगकांग में अभी भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है । चीन ने पिछले 70 वर्षों में एक गरीब देश से दुनिया की सबसे बड़ी दूसरी अर्थव्यवस्था बनकर उभर रहा है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी अहमियत और प्रभुत्व को साबित करने में सफल रहा है । लेकिन यह भी सच है कि दुनिया भर के सभी देश यह मानते हैं कि चीन के अंदर मानवाधिकार का उल्लंघन भी सबसे ज्यादा होता है । जहां एक तरफ चीन ने तेजी से तरक्की की है तो दूसरी तरफ मानवाधिकार के उल्लंघन के मामले में भी चीन सबसे आगे रहा है ।
मानवाधिकार उल्लंघन के मामले को लेकर अक्सर ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन की आलोचना होती रहती है और यही वजह है कि कम्युनिस्ट शासन के सालगिरह के जश्न में लाखों लोग ऐसे भी हैं जो इस जश्न में शामिल नहीं हुए हैं। इसी का एक हिस्सा उइगर मुसलमान है जिन्हें चीन द्वारा अक्सर ही प्रताड़ित किया जाता रहता है । चीन हमेशा ही अपनी सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबा देता है । चीन एक तरफ अपने यहां विकास को बढ़ावा तो दे रहा है लेकिन विकास के लिए मानवाधिकार का भी बहुत ज्यादा उल्लंघन करता है । चीन सरकार द्वारा आयोजित परेड के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि ‘दुनिया की कोई भी ताकत चीन की छवि को नहीं हासिल कर सकती और कोई भी ताकत चीन को आगे बढ़ने से नही रोक सकता है ।
हजारों वर्षों तक चीन को अपनी गिरफ्त में रखने वाली सबसे बड़ी समस्या गरीबी है और यह खत्म होने की कगार पर है । चीन अपने यहाँ जबरदस्त बदलाव किया है और लगातार समृद्ध हो रहा है और मजबूत बन रहा है । उन्होंने आगे कहा है कि सभी जोखिम और चुनौतियों से निकलते हुए आगे बढ़ने तथा नई सफलता हासिल करने के लिए एकता सबसे महत्वपूर्ण होता है । हमें शांति पूर्वक और सहयोग को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्वक विकास की राह पर आगे बढ़ना है ।