जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद एकीकरण से कई क्षेत्रों में होंगे सकारात्मक बदलाव
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाये जाने के बाद जम्मू कश्मीर का भारत मे पूर्ण एकीकरण हो गया है । अब जम्मू कश्मीर में कई सारे सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा । जम्मू कश्मीर में आर्थिक एकीकरण से लाखों लोगों को गरीबी के जाल से बाहर निकलने में मदद मिलेगी और वहाँ के लोगो का जीवन बेहतर होगा और साथ ही लोगो को बहुत सारे बेहतर मौके भी मिलेंगे । यहाँ तक कि गुलाम कश्मीर में भी सकारात्मक बदलाव होने की उम्मीद है ।
गुलाम कश्मीर नेपाल के बराबर है और यहाँ करीब पचास लाख लोग रहते हैं लेकिन इस क्षेत्र पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है । पाकिस्तान की भेदभाव वाली नीति का परिणाम है कि यहाँ के लोगो को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है और यहाँ के लोगो का जीवन बद से बदतर है । जम्मू कश्मीर का विकास होने से विकास का असर गुलाम कश्मीर पर भी पड़ेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अब अगला कदम गुलाम कश्मीर के मुद्दे को सुलझाना है ।
दरअसल जम्मू कश्मीर के अवैध कब्जे वाले इस गुलाम कश्मीर में अर्थव्यवस्था को रफ्तार न मिलने से वहां का सामाजिक और आर्थिक विकास रुक हुआ है और विकास के संकेतक नीचे की ओर जा रहे है । गुलाम कश्मीर की तुलना में जम्मू कश्मीर के लोग खुश है राज्य का मानव विकास सूचकांक, स्वास्थ्य, शिक्षा और आय सूचकांक बेहतर है तो ऐसे में आर्थिक एकीकरण हो जाने के ये और भी बेहतर हो जाएगा बस जरूरत गुलाम कश्मीर में जीवन को बेहतर और न्यायसंगत करना है । यहाँ के लोग लगभग हर दिन विपरीत परिस्थितियों से लड़ते हैं ऐसे में यहाँ राजनैतिक आजादी के साथ साथ आर्थिक आजादी आवश्यक है । अक्सर होने वाली हिंसा का असर अर्थव्यवस्था पर पड़ता है और इस वजह से वहां के लोग गरीब होते जा रहे ।
गरीबी के कारण ही आंतरिक अशान्ति होती है और लोगो का लोकतंत्र से विश्वास हटने लगता है । शांति और विकास में सीधा सम्बंध होता है , हिंसा विकास हो प्रभावित करता है । गुलाम कश्मीर जो कि पिओके के नाम से भी जाना जाता है यहाँ बेहतर नेतृत्व और मानवता में निवेश करने की जरुरत है । भारत के पास अब एक मौका है कि सुरक्षा के साथ साथ यहाँ सीधे या परोक्ष रूप से सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए प्रयास करे ।