जानते है किन लोगों को होता है सबसे ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा
दिल से जुड़ी बीमारियों की वजह से हर साल लाखों लोगों की जान चली जाती है । यह एक गंभीर बीमारी है लेकिन लोग इसके सुरुआत के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते है । लोगो की इन्ही लापरवाही की ही वजह से यह उनके लिए जानलेवा बन जाती है । इसलिए किसी भी बीमारी चाहे वो हार्ट से जुड़ी हो या नही उसके शुरुआत के लक्षणों को कभी भी नजरअंदाज नही करना चाहिए । दिल से जुड़ी बीमारी को ले कर कई सारे अध्ययन हो चुके है । अभी हाल में एक शोध हार्ट अटैक के संबंध में प्रकाशित हुआ है ।
शोधकर्ताओं की टीम ने पिछले चार सालों तक विभिन्न अस्पतालों में हार्ट अटैक की वजह से जो मरीज अस्पताल में भर्ती हुए और जिन लोगो को मौत हार्ट अटैक की वजह से हुए उन सभी मामलों को स्टडी किया । अध्ययन में देखने को मिला को जो मरीज अस्पताल में भर्ती कराए गए थे उनमें से 16 फीसदी की मौत 28 दिनों के भीतर हो गई । शोध में पाया गया कि हार्ट अटैक होने का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगो मे पाया गया जिनमे मोटापा था, हाई ब्लड प्रेशर या डाइबिटीज की की समस्या थी, या वो लोग जो कोई भी शारीरिक व्यायाम नही करते थे यानी उनकी एक तरह की गतिहीन जीवन शैली थी । शोध में पाया गया कि जिन लोगो का दिल की बीमारी का पारिवारिक इतिहास रहा है उन लोगो मे भी हार्ट अटैक की संभावना अधिक रहती है ।
कार्डिएक अरेस्ट भी दिल से जुड़ी ही एक प्रकार की बीमारी है । इसमे रक्त के संचालक वाली नलियों में संकुचित होने की समस्या होती है जिस वजह से दिल की धड़कन असमान्य हो जाती है । डॉक्टर के मुताबिक कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए समय समय पर नियमित जांच करवाते रहना चाहिए । इस मामले में जितनी जल्दी सम्भव हो सके उतनी जल्दी एक्शन लेने चाहिए नही तो जान जाने का खतरा रहता है । हार्ट अटैक आने पर जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से सम्पर्क कर के मरीज को अस्पताल पहुचाना चाहिए । हार्ट अटैक के मरीज को एस्प्रिन को गाली जल्दी में दी जा सकती है या अगर डॉक्टर कोई दवा दिए रहे तो उसे खिलाना चाहिए और यदि मरीज बेहोश हो जाये तो उसको सीपीआर देना चाहिए और जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर को दिखाना चाहिये जिससे मरीज की जान बचाई जा सके ।