पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, गीतकार भूपेंद्र हजारिका और नाना जी देशमुख भारत रत्न से सम्मानित
देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, गीत कार भूपेंद्र हजारिका और सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख को 8 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा । हालांकि जनवरी में ही इन तीनों हस्तियों के नाम की घोषणा हो चुकी है ।
गौरतलब है कि सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अब तक कुल 45 हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है तथा तीन और नामों की घोषणा के बाद अब कुल संख्या 48 हो गई है ।
अंतिम बार 2015 में यह सम्मान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपाई और पंडित मदन मोहन मालवीय को दिया गया था ।
शुरुआत में यह सम्मान मरणोपरांत नहीं प्रदान किया जाता था परंतु 1955 से अब तक 12 लोगों को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है । भूपेंद्र हजारिका तथा नानाजी देशमुख को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा रहा है । भारत रत्न पुरस्कार एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही दिया जा सकता है ।
यह सम्मान कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा तथा खेल में विशेष योगदान के लिए दिया जाता है । पहला भारत रत्न पुरस्कार सम्मान डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था ।
यह भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है यह पीपल के पत्ते पर सूर्य की प्लैटिनम छवि के साथ देवनागरी लिपि में भारत रत्न खुदा हुआ डिजाइन में बनाया गया है ।
इस पदक का डिजाइन 35 मिलीमीटर गोलाकार स्वर्ण पेंडल में बनाया गया था बाद में इस पदक के डिजाइन को बदलकर तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया जिसके नीचे चांदी में भारत रत्न लिखा होता है तथा यह सफेद पीते के साथ गले में पहनाया जाता है ।
भूपेंद्र हजारिका ने ‘ओ गंगा….बहती हो क्यों….’ समेत सैकड़ों गीत को गए है और उनकी रचना किये हैं । भूपेंद्र हजारिका असम के साथ साथ हिंदी, बांग्ला समेत अन्य भाषाओं में गीत गाते रहे हैं । भूपेंद्र हजारिका पूर्वोत्तर भारत में पूजे जाते हैं ।
नानाजीदेशमुखभारतीयजनसंघसेजुड़ेव्यक्तिथे। जब 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनी तब उन्होंने मन्त्री बनने से इनकार कर दिया था तथा जीवन भर दीनदयाल शोध संस्थान के लिए कार्य करते रहे । बीजेपी सरकार के समय उन्हें राज्यसभा का सदस्य भी मनोनीत किया गया था तथा इन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है ।