बढ़ती भूकंप की घटनाओं को लेकर वैज्ञानिकों ने चौकाने वाला खुलासा किया

पिछले कुछ सालों में बढ़ते भूकंप की घटनाओं को लेकर वैज्ञानिकों ने कुछ नए खुलासे किए हैं । नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती पर भूकंप की घटनाएँ इसलिए बढ़ रही हैं क्योंकि धरती का अपनी धुरी पर घूमने की गति धीमी पड़ रही है ।

बार-बार हो रही भूकंप की घटनाओं के लिए धरती का अपने अक्ष पर घूमने की गति धीमी पर जाने की वजह से भूकंप की घटनाएँ बढ़ रही हैं । धरती  अपनी धुरी पर 1670 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घूमते हुए सूर्य का चक्कर लगाती है ।

यदि धरती का अपनी धुरी पर घूमने की रफ्तार धीमी हो जाएगी तो इससे धरती पर जीवन संकट में पड़ सकता है । नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती का अपनी धुरी पर घूमने की रफ्तार कम होने की वजह चंद्रमा पृथ्वी से दूर होता जा रहा है जो की धरती पर बढ़ती भूकंप की घटनाओं के लिए एक जिम्मेदार कारक है ।

वैज्ञानिकों के अनुसार चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ही धरती पर ज्वारी उभार उत्पन्न होता है और चंद्रमा की वजह से उत्पन्न हुआ यह उभार भी धरती के घूर्णन गति के साथ घूमने का प्रयास करता है और इस वजह से धरती का अपनी धुरी पर घूमने की रफ्तार धीमी हो रही है ।

वैज्ञानिकों के अनुसार यदि धरती का अपने अक्ष पर घूर्णन गति कम हो जाएगी तो इससे धरती पर भूकंप की घटनाएँ बढ़ जाएंगी । वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रह्मांड कोणीय संवेग के सिद्धांत के अनुसार काम करता है और ब्रह्मांड के सारे पिंड की गति भले ही अलग-अलग है लेकिन उनका कोणीय संवेग का योग बराबर होता है ।

जब चंद्रमा की वजह से धरती का कोणीय संवेग का मान कम होने लगता है तो इसे संतुलित करने के लिए चंद्रमा अपनी कक्षा में थोड़ा और बढ़ जाता है । वैज्ञानिकों के अनुसार चंद्रमा हर साल लगभग डेढ़ इंच आगे अपनी कक्षा में बढ़ रहा है और इस वजह से आने वाले भविष्य में धरती पर बड़े भूकंप आ सकते हैं।

कोलोरोड़ो  यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में पाया कि  19वीं शताब्दी के बाद 7 रिएक्टर स्केल से अधिक तीव्रता वाले भूकंप की संख्या में इजाफा हुआ है ।

बीसवीं सदी के अंतिम 5 वर्षों में धरती के घूमने की गति में कमी होने की वजह से 5 वर्षों में सबसे अधिक तीव्रता वाले भूकंप की संख्या अधिक देखने को मिली । पिछले दो दशकों में ही तीन बड़े भूकंप देखने को मिले, जिसमें लाखों लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल और बेघर हो गए थे ।

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