बारिश और बाढ़ से डेंगू जानलेवा हो सकता है
बारिश के मौसम में डेंगू का खतरा बढ़ जाता है और लोग डेंगू की चपेट में आने से सही इलाज न मिलने पर मर जाते है । अक्सर डेंगू से मौत की खबर बारिश के मौसम में आती है । डेंगू बीमारी सामान्यतः मच्छरों के कारण फैलती है । छोटे बच्चों को डेंगू का वायरस जल्दी प्रभावित करता है । डेंगू होने पर शरीर मे प्लेटलेट्स की संख्या में काफी तेजी से गिरावट होती है । इस वजह से शरीर मे इलेक्ट्रोलाइट और पानी की कमी हो जाती है जो कि जानलेवा हो जाती है ।
डेंगू बरसात के मौसम में काफी तेजी से फैलता है । यदि किसी को आसपास डेंगू का बुखार है तो इससे बचने के उपाय करने के साथ खून की जांच करवाना चाहिए और मच्छरों से बचने के उपाय करने चाहिए । डेंगू बुखार के लक्षण दिखाए दे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाए । डेंगू में ठंड के साथ अचानक तेज बुखार होता है, ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, सर दर्द, मांशपेशियों और जोडो में दर्द, भूख न लगना कमजोरी महसूस होना, गले मे दर्द, और शरीर पर रैशेज हो जाते है । डेंगू वैसे तो वायरल बुखार है जो एक से दो हफ्ते में खुद ही सही हो जाता है लेकिन इलाज होने से समस्याओं को कम किया जा सकता है और सामान्य स्थिति में डेंगू में।पेरासिटामोल दिया जाता है । डेंगू का वायरल बुखार एक दूसरे के सम्पर्क में आने से नही बल्कि उस मच्छर के काटने से फैलता है जो संक्रमित व्यक्ति को काटा हो ।
मलेरिया और डेंगू दिनों ही मच्छरों के काटने से फैलता है एडीज नामक मच्छर के दिन में काटने से डेंगू होता है । डेंगू से उन लोगो को प्रभावित होने की संभावनाएं अधिक होती है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है । डेंगू पानी वाली जगहों पर पनपता है इसलिए अपने आस पास पानी न जमा होने दे । कूलर गमले और सड़कों नालियो में पानी जमा होने दे उसकी साफ सफाई करते रहे । बरसात के मौसम में पूरे बाँह के पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए और बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए ।