वेटलिफ्टिंग से भूलने की समस्या को कम किया जा सकता है
यदि आप की याददाश्त कमजोर है और आप कोई भी सामान जैसे घर या गाड़ी की चाभियां, चश्मा या परिजनों के नाम भूल जाते है तो आप को इस समस्या से एरोबिक्स एक्सरसाइज यानी उछलने कूदना या घूमने से आप भूलने की समस्या से छुटकारा पा सकते है ।
चूहों पर किये गए एक अध्ययन में पाया गया है कि जिन चूहों के साथ छोटे वजनी टुकड़े बांध कर उन्हें सीढ़ी पर चढ़ने उतरने के लिए छोड़ दिया गया उनकी याददाश्त में सुधार देखने को मिला ।
अध्ययन में पाया गया कि वेटलिफ्टिंग करने से मस्तिष्क की ताकत बढ़ती है और मस्तिष्क की कोशिकाओं में बदलाव होता है । जिससे सोचने की क्षमता में वृद्धि होती है ।
क्योंकि एरोबिक्स करने से मस्तिष्क में रक्त–संचार बढ़ता है और नए न्यूरॉन्स बनाने में मदद मिलती है । वेटलिफ्टिंग से मांसपेशियाँ भी मजबूत होती हैं । इससे डिमेंशिया से पीड़ित लोगों को राहत मिल सकती है ।
दरअसल बढ़ती उम्र के साथ देखा गया है कि लोगों की सोचने और याद रखने की क्षमता प्रभावित होती है और कई बार तो लोग अपने सगे संबंधियों का नाम तक भूल जाते है उन्हें रोज़मर्रा के कामों में परेशानी होने लगती है वो सामानों को रख कर भूल जाते हैं ।
ऐसे लोगो के लिए दौड़ना, उछलना कूदना और घूमना फ़ायदेमंद हो सकती है क्योंकि इन गतिविधियों से मस्तिष्क में रक्त का संचार बढ़ता है और न्यूरॉन्स की संख्या में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है जो दिमागी सूजन को कम करने में मददगार है ।
दिमागी सूजन का समय रहते इलाज न होने पर डिमेंशिया या तंत्रिका तंत्र संबंधी अन्य कोई बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है ।बढ़ती उम्र के साथ टहलना और हल्की एक्सरसाइज फ़ायदेमंद होती है ।