सामान्य से कम लंबाई वाले लोग में होता है कई बीमारियों का खतरा
कुछ लोगों की लंबाई सामान्य से कम होती है और सामान्य से कम लंबाई वाली लोग, जिनके लिए आम भाषा में नाटा शब्द का भी प्रयोग किया जाता है, उन्हें समाज में कई सारी दिक्कतों का सामना तो करना ही पड़ता है साथ ही साथ उनको स्वस्थ को लेकर भी कई सारी समस्याएं होती हैं । हाल में ही हुए एक नए शोध से इस बात का पता चला है कि जिन लोगों की लंबाई औसत से कम होती है उन्हें स्वास्थ्य के मामले में भी कई सारी परेशानी का सामना करना पड़ता है । सामान्य से कम लंबाई वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा सबसे ज्यादा होता है और उसके साथ-साथ कई सारी बीमारियां होने की संभावना होती है ।
इस शोध में यह बात भी सामने आई है कि लंबे लोगों की तुलना में कम लंबाई वाली लोगों को डायबिटीज होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है और यह अध्ययन यह भी कहता है कि मान लो किसी की औसत लंबाई में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हो जाती है तो उसमें डायबिटीज का खतरा लगभग 30% तक कम हो जाता है । वही यह बात भी सामने आई है कि यदि महिलाओं की तुलना में पुरुषों में लंबाई में वृद्धि होती है तो जहां महिलाओं में लंबाई बढ़ने से डायबिटीज का खतरा 33% तक कम होता है तो वहीं पुरुषों में लंबाई बढ़ने से डायबिटीज का खतरा लगभग 41% तक कम हो जाता है ।
इस शोध में इस बात का भी पता चला है कि जो लोग लंबे होते हैं उनकी तुलना में छोटे लंबाई वाले लोगों में लीवर फैट अधिक होता है । शोध के अनुसार कम लंबाई वाली लोगों में इंसुलिन से कम बनता है । जिसकी वजह से कम लंबाई वाले लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी बना रहता है । छोटे लोगों की तरह उनके पैर छोटे होते हैं और लंबे लोगों के पैर लंबे होते हैं । लंबे पैर देखने में भी आकर्षक लगते हैं और स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे होते हैं । शोध से पता चला है कि जिन पुरुषों और महिलाओं के पैर लंबे होते हैं उनमें डायबिटीज का खतरा बहुत कम होता है और उनका स्वास्थ्य भी काफी अच्छा होता है । इसलिए छोटे कद के लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरूरी हो आ जाता है ।