भौतिकी के नोबेल पुरस्कार की घोषणा तीन वैज्ञानिकों को मिलेगा पुरस्कार
भौतिक के क्षेत्र में योगदान देने के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है । इस बार भौतिक के नोबेल पुरस्कार से तीन वैज्ञानिकों को दिया जाएगा । इस साल यह पुरस्कार ब्राम्हण के रहस्यों को सुलझाने के लिए दिया जाएगा । इस साल भौतिक का नोबेल पुरस्कार जेम्स पीबल्स, मिशेल मेयर और डीडीएर क्यूलोज को दिया जाएगा । जेम्स पीबल्स जो कि कैनेडियन- अमेरिकन वैज्ञानिक है, को भौतिक ब्रम्हांड विज्ञान के सिद्धांतों की खोज के लिए दिया जाएगा । मिशेल मेयर और डीडीएर क्वेलोज को संयुक्त रूप से एक्सोप्लेनेट की खोज करने के लिए भौतिक का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा ।
इस साल का नोबेल पुरस्कार पाने वाले जेम्स पीबल्स ने विज्ञान के विद्यार्थियों कक सलाह देते हुए कहा कि ‘जो नए लोग विज्ञान में आ रहे है उनके लिए मेरी सलाह है कि उन्हें विज्ञान से प्यार करते हुए इसे अपना चाहिए । विज्ञान में आप को इस लिए आना चाहिए क्योकि आप इससे आकर्षित हसि । मालूम हो कि भौतिक के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंस के जनरल सेक्रेटरी गोरान के. हेंसन ने किया है ।मालूम हो कि भारत के लिए पहले भौतिक शास्त्र का नोबेल पुरस्कार वाला पाने वाले पहले भारतीय डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकटरमन थे ।
चंद्रशेखर वेंकटरमण को भौतिक शास्त्र का नोबेल पुरस्कार 1930 में दिया गया था । तब भारत आजाद नही हुआ था । वेंकटरमन तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के रहने वाले थे । वेंकटरमन में चेन्नई केे प्रेसिडेंसी कॉलेज से आप अपनी पढ़ाई पूरी की थी । उसके बाद वेंकटरमन को कोलकाता विश्वविद्यालय में भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति मिली थी । चंद्रशेखर वेंकटरमण को प्रकाश के क्षेत्र में विशेष अध्ययन किया था । वेंकटरमण ने रमन प्रभाव की खोज की थी जो विज्ञान जगत में उन्हीं के नाम रमन प्रभाव के नाम से जाना जाता है ।
रमन प्रभाव की खोज के लिए ही डॉक्टर चंद्रशेखर को भौतिक का नोबेल पुरस्कार दिया गया था ।इसके अलावा भरिय मूल के भौतिक शास्त्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर को 1983 में भौतिक का नोबेल पुरस्कार दिया गया था । ये चंद्रशेखर वेंकटरमण के भतीजे थे । उन्होंने भी अपनी शिक्षा चेन्नई के प्रेसिडेंसी कॉलेज से की थी और बाद में अमेरिका चले गए थे । ये एक खगोलीय वैज्ञानिक थे । सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर को 1983 में डॉक्टर विलियम पाउलर के साथ सयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था ।