अबी अहमद अली को शांति का नोबेल पुरस्कार
इस साल का शांति का नोबेल पुरस्कार अबी अहमद अली को दिया जाएगा । अबी अहमद अली इथोपिया के प्रधानमंत्री हैं । अबी अहमद अली को नोबेल पुरस्कार का सम्मान शांति व्यवस्था कायम करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने के लिए दिया जाएगा । अबी अहमद अली को यह पुरस्कार अपने पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दिया जाएगा । मालूम हो कि अबी अहमद अली के निर्णायक सहयोग के कारण ही इस्ट्रिया के साथ चल रहे युद्ध का, जो कि बीस साल 1998- 2018 तक चले युद्ध का खात्मा हो पाया है । इस बात की जानकारी नार्वेजियन नोबेल समिति ने अपने बयान में इस बात की जानकारी दी है ।
मालूम हो कि अबी अहमद अली 2018 में इथोपिया के प्रधानमंत्री बनाए गए थे । 43 वर्षीय अभी अहमद अली अप्रैल 2018 में इथोपिया के प्रधानमंत्री का पद संभाला था । तभी उन्होंने इस बात को साफ कर दिया था कि इस्ट्रिया के साथ चल रहे युद्ध को वो समाप्त करेंगे और शांति वार्ता से इसका हल निकालेगे । इसके बाद अबी अहमद अली ने ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रपति इसैयस अफवर्फ़ी के साथ मिलकर शांति व्यवस्था कायम करने के लिए कोशिश की तब जा कर करीब 20 साल तक चले दोनों देशों के बीच सीमा समाप्त हो पाया । मालूम हो कि अबी अहमद अली 100वें व्यक्ति हैं जिन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार मिला है । 1901 से ले कर 2018 तक 99 व्यक्तियों को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था जिसमे 17 महिलाओं को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया जा चुका है ।
मालूम हो कि भारत की नागरिक अपनाने वाली मदर टेरेसा को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था और भारत के कैलाश सत्यार्थी और पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई को सयुक्त रूप से 2014 मे शांति का पुरस्कार दिया गया था । सबसे कम उम्र की शांति कस नोबेल पुरस्कार विजेता पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई और सबसे अधिक उम्र के विजेता ब्रिटेन के जोसेफ रोटबाल्ट है । नोबेल पुरस्कार के तहत साढ़े चार करोड़ रुपए दिए जाते हैं और साथ ही 23 कैरेट के सोने से बना 200 ग्राम का एक पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है । अब तक इस साल चिकित्सा, भौतिक, रसायन, साहित्य और शांति के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो चुकी है ।