इन उपायों से पहचाने कहीं आप भी डिप्रेशन की शिकार तो नहीं
आज कल युवाओं में डिप्रेशन काफी तेजी से बढ़ रहा है । समाज मे यह एक गंभीर बीमारी के रूप में देखा जाने लगा है और सबसे अच्छी बात यह है कि लोग इसके प्रति सचेत हो रहे है । सालों से ऐसा माना जाता रहा है कि डिप्रेशन यानी कि अवसाद से जूझ रहा व्यक्ति कमजोर होता है । लेकिन अब इसके प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ रही है । इसे एक मानसिक स्वास्थ्य की तरह देखा जा रहा है और लोग इसका इलाज कराने की को सोचते हैं । हालांकि आज भी इसके सही तरीका को नहीं समझा जा सकता है । क्योंकि हर व्यक्ति में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं । बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो इसके बारे में खुलकर बात करना चाहते हैं तो बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो किसी से साझा नहीं करना चाहते और अपनी लड़ाई खुद लड़ते हैं । भारत में डिप्रेशन के मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है । आज हम बताने जा रहे हैं इसके तीन लक्षण के बारे में –
अवसाद का पहला लक्षण है किसी भी काम को करने के प्रति मन बनाने में परेशानी होना । अक्सर कई बार हम किसी चीज को लेकर फैसला नहीं कर पाते हैं । लेकिन यदि हम रोजमर्रा के कामों में इस तरह के फैसले नहीं ले पाते हैं – जैसे कि हमें क्या पहनना है,क्या पकाना है, या खाली वक्त में क्या करना है । इस तरह के रोजमर्रा की जिंदगी के कामों को निर्णय लेने में यदि परेशानी है तो यह एक गंभीर समस्या है ।
अवसाद का दूसरा लक्षण है हर वक्त शरीर में दर्द रहना । हर व्यक्ति में अवसाद के लक्षण अवसर अलग अलग होता है । कुछ लोगों को हर वक्त दर्द होता है । लोग महसूस करते हैं शरीर के अंगों में दर्द हो रहा है । जो लगातार होता रहा है और दर्द निवारक दवा से आराम नहीं मिलता तो उसके पीछे भी डिप्रेशन यानी अवसाद एक कारण हो सकता है । एक रिसर्च में भी यह सामने आया है कि 62% अवसाद के मरीजों में शरीर में कहीं न कहीं दर्द की समस्या होती है ।
अवसाद का तीसरा लक्षण खुद को सवारने का मन न होना । अवसाद की स्थिति में बहुत लोगों को नहाने और अपना बाल बनाने का मन नहीं करता और खुद को अपने लिए कम समय देने लगते हैं । इससे उन्हें तो परेशानी नहीं होती है । नॉर्मल इंसान रोजाना के वर्क आउटफिट को पहले से तैयार रहते हैं लेकिन अवसाद की अवस्था में वार्डरोब में जो भी चीज पहले दिख जाती है उसे पहन लेते हैं । अवसाद में इंसान अपनी खुद की उपस्थिति के बारे में परवाह करना छोड़ देता है । ये सारी समस्याएं अवसाद की श्रेणी में आता है ।