एक वक्त था जब राज कपूर के गैराज में रहता था मिस्टर इंडिया अनिल कपूर का परिवार, पत्नी के बदौलत बने सुपरस्टार
अनिल कपूर को बॉलीवुड इंडस्ट्री में मिस्टर इंडिया के नाम से जाना जाता है। अनिल कपूर की जिंदगी एक खुली किताब की तरह रही है। उनकी जिंदगी के बारे में कोई भी बातें किसी से छुपी नहीं है।
आज हम अनिल कपूर के बारे में कुछ ऐसी जानकारियां जानेंगे जिनके बारे में आपने शायद ही कभी सुना हो। आज अनिल कपूर देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपनी एक अच्छी पहचान बना लिए हैं।
लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जो अनिल कपूर का परिवार राज कपूर के गैराज में यह करता था। यह वक्त था जब शुरु-शुरु में उनका परिवार मुंबई आया था।
कुछ समय बाद अनिल अपने पूरे परिवार के साथ एक मिडिल क्लास इलाके में किराए पर कमरा लेकर रहने लगे थे। अनिल कपूर के पिता सुरेंद्र कपूर के बदौलत ही उनके परिवार को एक अच्छी लाइफ मिल पाई थी।
अनिल के पिता सुरेंद्र कपूर फ़िल्म डायरेक्टर हुआ करते थे। यही वजह है कि अनिल कपूर का बचपन से ही रुझान फिल्मो की तरफ रहा।
अनिल कपूर 1980 में एक लीड एक्टर के रूप में एक तेलुगू फिल्म से डेब्यू किया था। इस फिल्म का नाम वामसा व्रक्षम था।
इस फिल्मों में डेब्यू करने से पहले अनिल कपूर 1979 में डायरेक्टर उमेश मेहरा की फिल्म में सपोर्टिंग एक्टर के रूप में काम कर चुके थे। इस फिल्म का नाम था ‘हमारे तुम्हारे’।
अनिल कपूर की सफलता में उनकी पत्नी सुनीता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अनिल कपूर उस समय कैरियर में स्ट्रगल कर रहे थे।
उसी दौरान उनकी लाइफ में जानी-मानी मॉडल सुनीता की एंट्री हो जाती है। अनिल सुनीता को देखते ही पहली नजर में दिल दे बैठे थे और उनके करीब आना चाहते थे। लेकिन उस समय अनिल कपूर के पास सुनीता तक पहुंचने के लिए कोई भी जरिया नहीं था।
एक बार अनिल कपूर के दोस्तों ने अनिल को सुनीता का फोन नंबर किसी तरह से लाकर दिया। इसी के बाद अनिल कपूर और सुनीता के बीच बातचीत का दौर शुरू हो गया।
अनिल कपूर सुनीता की आवाज के दीवाने हो गए थे। एक बार अनिल कपूर ने हिम्मत करके सुनीता के सामने डेट पर जाने का प्रपोजल रखा।
सुनीता ने अनिल कपूर के इस प्रपोजल को खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। इसके बाद अनिल कपूर और सुनीता बस और टैक्सी में मुंबई में घूमने लगे।
बताया जाता है कि सुनीता एक फेमस मॉडल होने के बावजूद बस में अनिल कपूर के साथ घूमा करती थी। लेकिन यह वह दौर था जब अनिल कपूर स्ट्रगल कर रहे थे। तब अनिल कपूर का पूरा खर्चा सुनीता ही उठाती थी।
एक दिन अनिल ने सुनीता को प्रपोज कर दिया और शादी करने की बात कही। अनिल कपूर को धीरे-धीरे फिल्में मिलनी शुरू हो गई थी। 1984 में आने कपूर की फिल्म आई ‘मशाल’, इस फिल्म से अनिल कपूर को शोहरत मिली।
अनिल कपूर और सुनीता के घर वालों को उनकी शादी से कोई आपत्ति नहीं थी। लेकिन अनिल के बॉलीवुड में कई ऐसे दोस्त थे जिन्हें इस शादी से आपत्ति थी।
उन्होंने अनिल कपूर को यहां तक सलाह दे दी कि अगर वह शादी करते हैं तो उनका कैरियर ही खत्म हो जाएगा। दोस्तों की बातों में आकर अनिल कपूर ने अपने शादी की डेट दो बार टाल दी।
अनिल कपूर ने सुनीता को काफी लंबे समय तक डेट किया। इसके बाद 19 मई 1984 को अनिल कपूर और सुनीता की शादी हो जाती है।
शादी के बाद सुनीता ने अनिल कपूर के कैरियर को ही अपना कैरियर माना और अपना मॉडलिंग के कैरियर को छोड़ दिया।
वह मॉडलिंग छोड़कर अनिल कपूर का घर संभालने और उनका साथ देना शुरू कर दिया। वे अनिल के लिए ड्रेस डिजाइन करती थी, साथ ही उनके साथ शूटिंग पर विदेश तक जाया करती थी।
करीब 3 साल बाद 1987 में शेखर कपूर द्वारा निर्देशित फिल्म “मिस्टर इंडिया” आई। इस फिल्म ने खूब कमाई की।
मिस्टर इंडिया में अनिल कपूर के किरदार को लोगों द्वारा खूब सराहा गया और यह फिल्म उस टाइम सुपरहिट साबित हुई थी।
आज भी दर्शन इस फिल्म को देखना पसंद करते हैं। आज अनिल कपूर और सुनीता की लव स्टोरी कोई लोग एक मिसाल देते हैं।