बॉलीबुड और हॉलीवुड नाम इस तरह पड़ा

बॉलीबुड और हॉलीवुड नाम इस तरह पड़ा

क्या आपको पता है कि बॉलीवुड का नाम बॉलीवुड कैसे पड़ा ? कैसे भारतीय सिनेमा को बॉलीवुड के नाम से जाना जाने लगा और अमेरिकन सिनेमा को हॉलीवुड के नाम से कैसे जाना जाने लगा ? सिनेमा जगत में बॉलीवुड और हॉलीवुड कैसा आया आज हम इसी की चर्चा करेंगे कि कैसे ये नाम दिया गया जिसमें दो सबसे फेमस नाम बॉलीवुड और हॉलीवुड भी शामिल है ।

दुनिया भर में हिंदी सिनेमा को बॉलीवुड के नाम से जानते हैं । बॉलीवुड में सबसे ज्यादा फिल्में बनने का रिकॉर्ड भी भारत के नाम दर्ज है । सेंसर बोर्ड के मुताबिक भारत में हर साल 20 से ज्यादा भाषाओं में करीब 1500 से 2000 फिल्में बनती है । क्या आपको पता है कि हिंदी सिनेमा का नाम बॉलीवुड और अमेरिकी सिनेमा का नाम हॉलीबुड कैसे पड़ा ?

बहुत सारे लोगों को यह लगता होगा कि बॉलीवुड का नाम हॉलीवुड का कॉपी किया हुआ है लेकिन ऐसा नहीं है । सिनैब्लिट्ज मैगजीन के अनुसार 1976 में सबसे पहले बॉम्बे के लिए बॉलीवुड नाम का इस्तेमाल किया गया । दरअसल बंगाल की राजधानी कोलकाता में टालीगंज नाम का एक शहर है जहां पहले बंगाली फिल्म की इंडस्ट्री थी और इस वजह से उस जगह का नाम टॉलीवुड हो गया था और उसी से प्रेरित होकर मुंबई के लिए बॉलीवुड शब्द का इस्तेमाल होने लगा और बाद में भारतीय सिनेमा को बॉलीवुड कहा जाने लगा ।

टॉलीवुड नाम बंगाली सिनेमा के लिए 1932 में विल्फोर्ड ई देमिंग नाम के साउंड इंजीनियर ने यह शब्द का सबसे पहले प्रयोग किया था । इसी के आधार पर बम्बे में लैये बॉलीवुड और बाद में भारतीय हिंदी सिनेमा के लिए बॉलीवुड का इस्तेमाल होने लगा ।

हॉलीवुड नाम पड़ने के पीछे भी कुछ इसी तरह की कहानी है । दरअसल अमेरिका के लॉस एंजिल्स में हॉलीवुड नाम का शहर है जो कि अमेरिका की फिल्म इंडस्ट्री का सबसे बड़ा केंद्र है और इसलिए उस जगह का नाम वहां की सिनेमा के लिए हॉलीवुड के रूप में प्रचलित हो गया । यहां यह बता दें की हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में टॉलीवुड भारत की दूसरी सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री के तौर पर जानी जाती है ।

भारत में सिनेमा की शुरुआत 1913 में हुई थी जब पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र बनी थी, जो कि एक गूंगी फ़िल्म थी जिसका निर्माण दादा साहब फाल्के ने किया था और उसके बाद अगले 5 साल में यानी कि 1918 तक मे 23 फिल्में बनी ।

भारतीय सिनेमा के इतिहास में 1950 और 1960 के दशक को गोल्डन एज कहा जाता है क्योंकि उस दौरान गुरुदत्त, राज कपूर, दिलीप कुमार, मीना कुमारी, मधुबाला, नरगिस जैसे बेहतरीन अभिनेता और अभिनेत्रियों ने सिनेमा को एक नया आकार दिया था । आज बॉलीबुड हिंदी सिनेमा के रूप में पूरी दुनिया मे जाना जाता है ।

बॉलीवुड में एक से बढ़ एक बेहतरीन फिल्में बनती रहती है जो कभी किसी वास्तविक घटना के आधार पर बनती है कभी किसी की जीवनी पर आधारित होती है तो लेखक की कल्पना होती है । सही अर्थों में काफी हद तक बॉलीवुड समाज का एक तरह से वास्तविक रूप दिखाने की कोशिश करता है वैसे भी सिनेमा को समाज का आईना भी कहा जाता है ।

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