चीनी मीडिया ने कहा अमेरिका अपने उठाये गए कदम का परिणाम भुगतेगा
हांगकांग के मुद्दे पर चीन ने अपने यहां सुरक्षा कानून को पास कर दिया है। इसके बदले में जवाबी कार्यवाही करते हुए अमेरिका ने हांगकांग को दिए गए विशेष दर्जे को खत्म कर दिया है । जिससे चीन भड़क गया और अमेरिक के खिलाफ बातें करते हुए चीनी मीडिया ने कहा है कि अमेरिका द्वारा उठाए गए कदम कदम का परिणाम अमेरिका भुगतेगा। इससे अमेरिका को भी नुकसान होगा। चीनी मीडिया ने यहां तक कह दिया कि अमेरिका हांगकांग को नुकसान पहुंचाना चाहता है लेकिन इसमें अमेरिका को भी नुकसान झेलना होगा।
यहां यह बता दें चीनी मीडिया पूरी तरीके से चीनी सरकार के नियंत्रण में है। वहीं हांगकांग में चीन को लेकर विरोध प्रदर्शन और भी ज्यादा तेज हो गए हैं। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीन ने पश्चिमी देशों में अपने विरोध के चलते इसकी तैयारी पहले से कर रखी है और अमेरिका द्वारा उठाए गए किसी भी कदम से चीन को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
अमेरिका द्वारा उठाए गए कदम से अगर हांगकांग को कोई भी नुकसान होता है तो उसकी भरपाई चीन कर देगा। चीनी मीडिया के द्वारा चीन समर्थित हांगकांग की सरकार ने यह भी कहा कि अमेरिका द्वारा उठाया गया कदम उसकी संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाला है।
चीन और हांगकांग के अधिकारी दुनिया को यह बताने में लगे हुए हैं कि हांगकांग में सुरक्षा कानून को लागू करने के अलावा उनके पास कोई भी विकल्प नहीं बचा है क्योंकि हांगकांग द्वारा हो रहे हिंसक प्रदर्शन सरकार और जनता को भी काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं साथ ही इसका असर अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक पड़ रहा है।
वहीं अमेरिका ने हांगकांग में स्थित अपनी सारी अचल संपत्ति को बेचने की घोषणा की है। हांगकांग में अमेरिका की एक आवासीय संपत्ति है जिसकी कीमत करीब 4500 करोड़ आंकी गई है । अमेरिका ने इसे बेचने का फैसला किया है और इसे बेचकर जो भी धनराशि मिलेगी उसका कहीं और निवेश करना चाहता है। अमेरिका चीन तनाव का असर विश्व आर्थिक पटल पर भी देखने को मिल सकता है ।
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मालूम हो कि हांगकांग में 2019 से ही लोकतंत्र की मांग करने वाला आंदोलन शुरू है जिसकी वजह से अरबों रुपए की संपत्ति और वहां के व्यापार को भी भारी नुकसान हो रहा है। वहीं चीन द्वारा पास किए गए सुरक्षा कानून को लेकर हांगकांग के लोगों में भय बना हुआ है।
अमेरिका ने चीन पर कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी छुपाने और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चीन का समर्थन करने और उसे फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से रिश्ता खत्म कर लिया है।

हांगकांग और चीन के मसले को लेकर अमेरिका ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए हांगकांग को दिए गए सारे विशेष व्यापारिक दर्जे को भी खत्म कर दिया। इससे हांगकांग और चीन की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ने की पूरी संभावना है। इसी के वजह से चीन बौखलाए हुआ है और अमेरिका को धमकी दे रहा है।
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मालूम हो कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति के संबंध में 64 देशों ने मिलकर इस बात की जांच करने का प्रस्ताव पारित कर दिया है कि आखिर कोरोना वायरस की उत्पत्ति कैसे हुई ?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि दुनिया के लिए महामारी बहस कोरोना वायरस एक चीनी वायरस है और चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन मिलकर इसके प्रसार को रोकने में नाकाम रहे हैं। साथ ही इस महामारी के संबंध में चीन द्वारा शुरुआती जानकारियां में छुपाई गई हैं।