कोरोना वायरस के चलते विदेशों में भी अपनाई जा रही भारतीय संस्कृति
पश्चिमी सभ्यता रही है कि लोग अभिवादन के लिए एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं या फिर गले लगते हैं । लेकिन कोरोना वायरस की वजह से लोग एक दूसरे से सम्पर्क में आने से बच रहें हैं और अभिवादन के दूसरे तरीके अपना रहे हैं । भारत में अभिवादन के लिए नमस्ते किया जाता है यह भारत की संस्कृति है हिस्सा रहा है और अब विदेश में ही भारत के इस संस्कृति को अपनाया जाने लगा है ।
दुनिया भर के कई बड़े नेता अब हाथ मिलाने की बजाय नमस्ते कर रहे हैं इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल जैसे बड़े नेता शामिल हैं ।
अभी हाल में ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री से मुलाकात की, जिसमें दोनों नेताओं ने एक दूसरे से नमस्ते कर के अभिवादन किया । यह जानकारी अमेरिका के ऑफिस द्वारा दी गई है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया है कि अभी उन्होंने हाल में भारत का दौरा किया था जहां भारत के लोग एक दूसरे का अभिवादन नमस्ते करके करते हैं ।
इसके अलावा अभी ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को लंदन में आयोजित एक ट्रस्ट के अवार्ड के दौरान लोगों से नमस्ते करते देखा गया और प्रिंस चार्ल्स का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसकी लोग सराहना कर रहे थे ।
वहीं ब्रिटेन के चांसलर और पुर्तगाल के प्रधानमंत्री ने जब मुलाकात की तो अभिवादन के लिए उन्होंने हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते किया । फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को स्पेन के किंग के स्वागत के दौरान नमस्ते करते हुए देखा गया । वही दोनों नेताओं की पत्नियों ने फ्लाइंग किस के जरिए स्वागत किया । राष्ट्रपति अपने देशवाशियों को संबोधन के दौरान कहा कि वे लोग अपने अभिवादन के तरीके में बदलाव लाएं । इसके पहले भी उन्होंने कोरोना वायरस के चलते अपने देशवासियों से कहा था कि वो लोग अभिवादन करने की भारतीय संस्कृत नमस्ते को अपनाए ।
कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैलने की वजह से सभी चिंतित हैं और इस पर काबू नहीं पाया जा रहा है । दरअसल कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह फैल रहा है । इसलिए लोग एक दूसरे से हाथ मिलाने और किसी भी तरह से छूने से दूरी बना रहे हैं । कोरोना वायरस से बचाव ही एकमात्र तरीका है ।
कोरोना वायरस की दवा और इसके टीके के लिए वैज्ञानिक लगातार जुटे हुए हैं । लेकिन अभी तक इसका कोई भी टीका विकसित नहीं हो पाया है ।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के मामले में लगातार बढ़ोतरी होने की वजह से इसे महामारी घोषित कर दिया है और सभी देशों को मिल कर इससे निजात पाने की अपील की है । कोरोना वायरस इंसानों के साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर रहा है । यहाँ तक कि कई बहोत सारी जानीमानी कम्पनीओ ने अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने को कहा है।