क्या ज्यादा आजदी बनी यूरोपीय देशों में कोरोना के तेज प्रसार का कारण
कोरोना वायरस चीन के बाद जिस तरह से यूरोपीय देशों में तेजी से फैला उससे एक सवाल उठने लगा है कि आखिर क्या वजह है कि चीन के बाद ये देश क्यो सतर्क नहीं हो पाए और उनके यहां कोरोनाववायरस इतनी तेजी से फैल गया । मालूम हो कि कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या इटली में चीन से भी ज्यादा हो गई है ।
भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने का आंकड़ा 300 को पार कर गया है । साल 2020 के शुरुआत के साथ चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस प्रसार की शुरुआत हुई थी और धीरे-धीरे यहां बढ़ते हुए महामारी का रूप धारण कर लिया और पूरी दुनिया आज इसके चपेट में है ।
दो महीने बाद काफी हद तक पर चीन ने अपने यहाँ कोरोना वायरस पर काबू पा लिया और अब चीन में कोरोना वायरस से जुड़े नए मामले देखने को नहीं मिल रहे हैं लेकिन यूरोपीय देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और संक्रमित होने वाले लोगों के मरने की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है ।
ऐसे में सवाल लिया है कि यूरोप देश चीन से सबक लेकर अपने यहां इस के संक्रमण को रोक क्यों नहीं सके ? मालूम हो कि चीन ने अपने यहां कड़ी नीति अपनाई और लोगों को घरों में कैद रहने के लिए कहा साथ ही सभी रास्तों को वुहान शहर से बंद कर दिया गया । नतीजा यह हुआ कि लोग आवश्यक सामान के अतिरिक्त अन्य किसी भी वजह से बाहर नहीं निकल सकते थे ।
चीन के सख्त नीति का नतीजा रहा कि चीन इस पर काबू पा लिया लेकिन यूरोपीय देशों में ऐसा नहीं हो सका । मालूम हो कि यूरोपीय देशों में चीन की तुलना में ज्यादा आजादी देखने को मिलती है । लोग अपने हिसाब से जिंदगी जीने और रहने के लिए, फैसले लेने के लिए आजाद होते हैं ।
वह चीन ने अपने जनता पर सख्त पाबंदी लगाने के लिए जानी जाती है और जब चीन की जनता सरकार के नियमों का विरोध करती है तो उसे सजा भी मिलती है । वहीं यूरोपीय देशों में सरकार कोई भी सख्त कानून जनता के लिए बनाने से हमेशा घबराती है क्योंकि बिना जनता की इजाजत के यूरोपीय देशों में सख्त कानून जनता के लिए नहीं बनाए जा सकते हैं ।
कहीं ना कहीं यही वजह रही है जिस वजह से को रोना वायरस तेजी से यूरोपीय देशों में फैल गया । मालूम हो कि चीन में जो पहले कोरोना वायरस को लेकर आया तो उसके एक महीने बाद ही चीन ने अपने यह लॉक डाउन कर दिया था ।
कोरोना वायरस को ले कर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चीन कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए ड्रोन का इस्तेमाल लोगों पर नजर रखने के लिए कर रहा है । अगर यूरोपीय देशों की बात करें तो किसी भी यूरोपीय देश में कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर जो भी कदम उठाए गए हैं वह चीन के इतने सख्त नहीं है ।