क्या लॉक डाउन से कोरोना का खतरा और बढ़ सकता है ?
भारत ने अपने 30 राज्यों में कोरोना लॉक डाउन घोषित कर दिया है । कोरोना संक्रमण से अपने नागरिकों को बचाने के लिए तथा इस संक्रमण से लड़ने के लिए इटली, फ्रांस, न्यूजीलैंड, पोलैंड, भारत जैसे देशों ने लाभ डाउन को अपने यहाँ लागू किया है । इन देशों का मानना है कि कोरोना वायरस से बचाव करने का सबसे सुरक्षित तरीका लॉक डाउन है ।
लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन के टॉप इमरजेंसी एक्सपर्ट का मानना है कि लॉक डाउन कोरोना वायरस को नहीं खत्म कर सकता क्योंकि कोरोना वायरस से लॉक डाउन नहीं बचा सकता है । इनका कहना है कि एक बार जब लॉक डाउन की स्थिति समाप्त हो जाएगी तब कोरोना वायरस के दुबारा से सामने आने के आसार हैं । ऐसे में उस स्थिति से बचने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने की जरूरत है ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक्सपर्ट माइक रयान ने बीबीसी से बातचीत में बताया कि इस समय आवश्यकता है इस बात पर ध्यान देने की है कि यह पता लगाया जाए कि कोरोनावायरस से कौन-कौन बीमार है और जो संक्रमित है और उन्हें समाज से अलग किया जाए साथ ही ऐसे लोगों के संपर्क में आये लोगों को भी ढूंढ कर अलग-थलग करने से ही बात बन सकती है ।
उन्होंने चिंता जाहिर की कि लॉक डाउन की वजह से करोना का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है । अगर कड़े और मजबूत जन स्वास्थ्य कदम और उपाय उठाए जाते हैं तभी कुछ बात बन सकती है क्योंकि जब यह प्रतिबंध हटाया जाएगा तब कोरोना वायरस के दुबारा से बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो सकता है क्योंकि ज्यादातर देशों ने अपने स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया है ।
यूरोप के भी ज्यादातर देश अपने यहां कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगा रहे हैं जैसे अमेरिका और चीन ने सपने देश में किया है । यह लोग ज्यादातर अपने कर्मचारियों को घर से काम करने और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थल बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं । माइक ने बताया कि एक बार जब इसको दबाएंगे तब इस वायरस पर जीत हासिल की जा सकती है ।
हमें कोरोना वायरस से लड़ना है ना कि उसे भगाना है मालूम हो कि चीन के बाद वर्तमान समय में इटली ही कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश है ।वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भी अपने देश के लोगों से अपील की है कि अगर वे लोग यदि सामाजिक संवाद यानी कि मिलना जुलना बंद नहीं करते हैं तब वहां का भी स्वास्थ्य तंत्र बिगड़ सकता है ।
ब्रिटेन में अगले हफ्ते से जांच का दायरा बढ़ाए जाने की उम्मीद है और इसके साथ ही अन्य कदम भी उठाए जाएंगे । विश्व स्वास्थ संगठन के एक्सपोर्ट माइन का कहना है कि अमेरिका में फिलहाल एक ट्रायल किया गया है और उस पर काम चल रहा है । जरूरत है कि लोग वास्तविकता में जिंदगी जिये और उन्हें यह पक्का करने की जरूरत है कि वे सेफ है और इसके बारे में हमें बात करना होगा । उन्होंने यह भी कहा कि टीका कोरोना से लड़ने के लिए जल्दी आएगा लेकिन हमें इस चीजों से बाहर निकालने की जरूरत है और पर अभी फिलहाल काम चल रहा है ।