क्या जल्द ही कोरोना वायरस सामान्य फ्लू की तरह हो जाएगा ?

क्या जल्द ही कोरोना वायरस सामान्य फ्लू की तरह हो जाएगा ?

देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 52,000 से भी अधिक हो गई है । पूरी दुनिया इस कोरोना वायरस से बेहाल हो गई है । ऐसे में भारत में एक अच्छी खबर आ रही है कि कोरोना वायरस जल्द ही भारत में एक सामान्य फ्लू की तरह हो जाएगा ।

दरअसल यह तथ्य विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस के मामले के आंकड़ों को देखते हुए सामने आया है जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि अब कोरोना वायरस सिर्फ अपर रेसपेटिरि ट्रैक को ही संक्रमित कर के प्रभावित कर रहा है ।

इसीलिए भारत में कोरोना वायरस अन्य देशों की तुलना में कम घातक है । इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेडीशनल मेडिसिन के निर्देशक और वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रकाश उपाध्याय कहा है कि भारतवासियों को कोरोना वायरस से घबराने और चिंता करने की जरूरत नहीं है ।

जल्दी भारत को कोरोना वायरस से निजात मिल जाएगी । अभी भले ही हाल के कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है लेकिन इन आंकड़ों से डरने की जरूरत फिलहाल नहीं है क्योंकि कोरोना वायरस अपने टॉप पर पहुंचकर मई के आखिरी सप्ताह में या फिर जून के पहले सप्ताह में सिमटना शुरु कर देगा ।

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इन्होंने यह बात भारत के विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस के आंकड़ों के आधार पर कही है । विभिन्न राज्यों से मिले कोरोना वायरस के आंकड़ों से यह स्पष्ट हो गया है कि भारत में कोरोना वायरस के जितने भी मरीज हैं ज्यादातर में कोरोना वायरस का हमला उनके श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को ही प्रभावित कर रहा है और वह ठीक हो जा रहे हैं । भारत में 52,000 से भी अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं ।

इसमें 80 फीसदी मरीज में कोरोना वायरस उनके श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को ही प्रभावित कर पाया है । बता दें कि कोरोना वायरस नाक, मुंह और गले में म्यूकस बनाने वाली मोनोलेयर बाय लेयर के साथ ले कर अन्य कोशिकाओं के साथ मल्टीप्लाई नहीं कर पाने की वजह से ज्यादातर मरीजों में सामान्य लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं और बहुत सारे मरीजों में तो लक्षण भी नहीं दिख रहे हैं या फिर उन्हें हल्का बुखार ही देखने को मिला है ।

मालूम हो कि जिन मरीजो में लक्षण नही नज़र आ रहे उन्हें ऐसींप्टोमेटिक कहते है । भारत में कुल कोरोना वायरस के मरीजों में से सिर्फ 10 से 15 फीसदी मरीजो में ही गंभीर लक्षण देखने को मिला है और कोरोना वायरस से पहले ही ऐसे मरीज अन्य दूसरी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे और इस वजह से कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उनकी इम्युनिटी पवार कमजोर थी ।

मारने वाला में भी ऐसे ही लोगो की संख्या अधिक है और जिन लोगो में लक्षण नजर नही आये वो जल्द ही ठीक भी हो जा रहे है । डॉक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस की जीवन चक्र को लेकर कहा कि फिलहाल कोई बहुत स्पष्ट जानकारी तो नहीं है फिर भी इसे 21 दिन मानकर चला जा रहा है ।

आने वाले भविष्य में इससे कोई विशेष नुकसान होने की आशंका बेहद कम है । इसलिए बस सावधानी बरतना बेहद जरूरी है और आदतों में बदलाव कर के कोरोना वायरस से बचा जा सकता है । भारत की जलवायु और यहाँ का तापमान भी कोरोना वायरस से बचने में मदद कर रहा है ।

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