भारत में अभी बढ़ेगी कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या
कोरोना जिस तेजी से फैल रहा है हर कोई परेशान है । कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए सरकार ने लॉक डाउन की अवधि को तीसरी बार 14 दिन के लिए बढ़ा दिया है । लेकिन कोरोना वायरस है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है । इस समय देश में करोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 56 हाजर से भी अधिक हो चुकी है ।
ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले एक हफ्ते के अंदर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 75 हजार के आंकड़े को पार कर जाएगी । भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में भी वृद्धि देखने को मिल रही है । ऐसे में सरकार की पहली प्राथमिकता हो गई है कि कोरोना वायरस के मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए और मृत्यु दर में कमी लाई जाए ।
भारत में अभी हर दिन कोरोना वायरस के तीन हजार से भी अधिक मामले सामने आ रहे हैं । भारत में कोरोना वायरस का पहला केस उत्तर प्रदेश के आगरा में देखने को मिला था, जो ताजमहल के लिए पूरे दुनिया में मशहूर है।
यहां शुरू में कोरोना वायरस फैलने की रफ्तार बहुत धीमी थी लेकिन अचानक अप्रैल में चीजें बदलना शुरू हुई और संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी । इन दिनों आगरा में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 600 से अधिक है जो पूरे उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले से अधिक है ।
भारत में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से हैं दूसरा नंबर गुजरात का आता है और तीसरा नंबर दिल्ली का हैं । महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 19000 से ऊपर पहुंच चुकी है
सरकार द्वारा तीसरी बार लॉक डाउन में काफी रियायत दी गई हैं ।
भारत के संदर्भ में यह अच्छी बात कही जा सकती है कि भले ही कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है लेकिन कोरोना वायरस से ठीक हो जाने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है ज्यादातर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में हर तीन में से एक मरीज जल्दी से स्वस्थ होकर घर वापस जा पा रहा है और भारत में कोरोना वायरस से मरने का प्रतिशत 3.2% के आसपास है ।
अगर अन्य देशों से तुलना की जाए तो भारत में करोना वायरस से मरने वालों की संख्या कम है । भारत की स्थिति अन्य देशों की तुलना में अच्छी है । भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में मात्र 1.1 फीसदी लोग ही ऐसे होते हैं जिन्हें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है ज्यादातर को हल्की गम्भीर स्थिति में आईसीयू में रखने और ऑक्सीजन की सही सप्लाई देने से वह सही हो जा रहे हैं । भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में 91 फ़ीसदी मरीज सामान्य इलाज के बाद ही ठीक होकर घर वापस जा रहे हैं ।
यह भी पढ़ें: — क्या वैश्वीकरण के चलती ही कोरोना वायरस इतना भयावह हुआ ?
भारत में 46 जिले ऐसे हैं जहां पर पिछले 28 दिन में कोई भी नया मामला करोना वायरस का सामने नहीं आया है । संभावना जताई जा रही है कि भारत में कोरोना वायरस मई के आखिरी में या फिर जून के पहले सप्ताह में अपने चरम पर पहुंच जाएगा । उसके बाद धीरे-धीरे यह घटने लगेगा । वहीं सरकार का कहना है कि लोगों को आदत बनानी होगी इस हालात में जीने की और सतर्कता बरतें बरतने से को कोरोना वायरस से बचा जा सकता है ।
हालांकि कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है और कामकाज लगभग पूरी तरह से ठप्प पड़ गए है । इसका सबसे ज्यादा असर असंगठित मजदूरों पर देखने को मिल रहा है देश मे मजदूरी की हालत सबसे ज्यादा खराब हो रही है ।