जानिये भारतीय अर्थव्यवस्था में वर्तमान में नोटो से जुड़ी ये जानकारी

जानिये भारतीय अर्थव्यवस्था में वर्तमान में नोटो से जुड़ी ये जानकारी

किसी भी अर्थव्यवस्था में लेनदेन का सबसे सरल माध्यम नोट है । कोई भी लेनदेन उस देश की अर्थव्यवस्था की करेंसी में ही होता है । भारत की करेंसी रुपये है । अभी हाल में ही खबर आई थी कि भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वह एटीएम में 2 हजार के नोट ना डालें बल्कि उनकी जगह 200 के नोट दे ।

इसी बीच लोगों में यह भ्रम काफी तेजी से फैलने लगा की जल्दी ही दो हजार की नोट बंद होने वाली है । लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बात को साफ कर दिया है कि 2 हजार की नोट बंद नहीं होंगी बस वह एटीएम के जरिए नहीं मिलेगी लेकिन बैंक की शाखा से 2 हजार की नोट मिलती रहेगी ।

सूत्रों से मिली जानकारी में रिजर्व बैंक ने स्पष्ट रूप से बता दिया है कि साल 2019 की तीसरी तिमाही के बाद से दो हजार रुपये की नोट की छपाई पूरी तरह से बंद कर दी गई है । मालूम हो कि दो हजार की नोट एटीएम से निकालने के लिए बैंकों को विशेष प्रावधान करने पड़ते थे । भारत में नोटबंदी की गई थी जिसमे एक हैकर और 500 के नोट बंद कर दिए गए थे और उसके बाद दो हजार और 500 के नए नोट जारी किए गए थे ।

यह भी बता दें कि पिछले साल भारत में चालीस लाख के नकली नोट बरामद किए गए थे जिसमें से सबसे ज्यादा हिस्सा दो हजार के नकली नोटो का था । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह नकली नोट पाकिस्तान और नेपाल के जरिए भारत में आए थे क्योंकि इन देशों में भारत के नोटों की नकली छपाई होती थी ।

आंकड़ों के अनुसार साल 2017 में 354 करोड रुपए के तथा साल 2018 में 11 करोड़ रुपए और साल 2019 में 4.66 करोड़ के दो हाजर रुपए के नोट छापे गए थे लेकिन 2019 की तीसरी तिमाही के बाद दो हजार के नोटों की छपाई बंद कर दी गई । बता दे कि मोदी सरकार के डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने की वजह से भारत में काफी तेजी से डिजिटल भुगतान हो रहे हैं ।

पिछले साल सबसे ज्यादा अप्रैल के महीने में एक लाख 55 हजार करोड़ रुपए का भुगतान यूपीआई के जरिए ही किया गया था जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है । इस साल इसे और ज्यादा बढ़ने की संभावना जताई है । बैंकों को केंद्रीय बैंक में निर्देश जारी करते हुए दो हजार की जगह 200 के नोट एटीएम में डालने के लिए कहा है ।

बता दे की इस समय अर्थव्यवस्था में 200 की 84 हजार करोड़ नोट है । आरबीआई द्वारा जारी किए गए साल 2019 के आंकड़ों के अनुसार देश की अर्थव्यवस्था में करीब 70 हजार करो रुपए से भी अधिक मूल्य के दो हजार की नोट मौजूद हैं । आरबीआई ने तीन सालों के दौरान करीब 370 करोड रुपए से भी ज्यादा की दो हजार के नोटों की छपाई की है ।

मौजूदा समय में अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा पांच सौ के नोट है । आरबीआई के वित्त वर्ष में जो आंकड़े बताए जा रहे हैं उसके अनुसार अर्थव्यवस्था की कुल करेंसी का 50 फ़ीसदी हिस्सा 500 के नोटों का है ।

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