किसानों ने दी धमकी कि बंद कर देंगे दिल्ली का दाना पानी
कई दिनों से किसान सिंधु बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों ने घोषणा की है कि वह बॉर्डर पर डटे रहेंगे। बता दें सरकाकई दिनों से किसान सिंधु बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों ने घोषणा की है कि वह बॉर्डर पर डटे रहेंगे।
बता दें सरकार बुलंदी के संत निरंकारी मैदान में गए किसानों को बॉर्डर पर वापस नही आने दे रही है इसलिए किसानों ने घोषणा की है कि जब तक उन किसानों को सरकार बॉर्डर तक नही आने देगी तब तक वे बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे और सरकार से किसी भी प्रकार की बातचीत नही की जाएगी।
किसानों ने यह भी घोषणा की है कि वह दिल्ली जाने वाले सभी मार्गों को बंद कर देंगे और यहां तक भी धमकी दी है कि वह दिल्ली का दाना पानी भी बंद कर देंगे।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुमान सिंह सुमित, स्वराज इंडिया के नेता और संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव और अन्य दूसरे नेताओं ने सिंधु बॉर्डर पर प्रेस वार्ता की है और किसान नेताओं ने एक स्वर में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी किसानों की मन की बात को भी सुने, जिस तरह से वह अपने मन की बात देश की जनता को सुनाते हैं।
किसानों ने हरियाणा के संपर्क मार्ग मार्ग से लगने वाले गांव के किसानों से अनुग्रह किया है कि वे भी अपने अपने इलाकों के रास्ते बंद कर दें जिससे दिल्ली का दाना पानी बंद किया जा सके, साथ ही किसानों ने पंजाब के किसानो के आंदोलन के कारण जनता को हो रही परेशानी के लिए जनता से माफी भी मांगी है।
बता दें कि किसानों की इस आंदोलन का समर्थन भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता और पंजाबी अभिनेता भी कर रहे हैं और वह सिंधु बॉर्डर पर पहुंच भी चुके हैं। दूसरी तरफ निरंकारी मैदान में आप नेता और राज्यसभा सदस्य संजय से दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल ने किसानों से मिलने पहुंच रहे हैं।
हिसार के आंदोलनों को हरियाणा की खाप पंचायतों का भी समर्थन मिल रहा है और बड़ी संख्या में पंजाब और हरियाणा से किसान छिंदवाड़ा पर आ रहे हैं।
बॉर्डर पर फंसे ट्रक चालकों के बीच इस किसान आंदोलन के चलते अनहोनी की शंका भी घर पर गई है। बीते दिनों इन लोगों पर आंसू के गोले दागे गए थे और आगजनी भी हुई थी। इन ड्राइबरो को हर समय ट्रक में आग लगने का डर सता रहा है। बता दें कि सिंघु बॉर्डर पर कई सारे ट्रक ड्राइवर गुजरात से ट्रक को लोड करके दिल्ली ले आ रहे हैं लेकिन अभी तक वह इसे पहुंचा नहीं पाए हैं।
वही किसान लगातार कृषि कानून में संशोधन के लिए मांग कर रहे हैं कई सारे राजनीतिक और गैर राजनीतिक दल भी धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन दे रहे हैं। मालूम हो कि पंजाब से आए इन किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। इसलिए यह किसान सिंधु बॉर्डर पर धरना देने के लिए बैठ गए हैं।
यूपी ने भी किसानों को समर्थन का ऐलान कर दिया है और यूपी गेट पर पहुंच कर धरना दिया जा रहा है। कई जगहों पर किसान जाम किए हुए हैं और धरना प्रदर्शन जारी है।
र बुलंदी के संत निरंकारी मैदान में गए किसानों को बॉर्डर पर वापस नही आने दे रही है इसलिए किसानों ने घोषणा की है कि जब तक उन किसानों को सरकार बॉर्डर तक नही आने देगी तब तक वे बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे और सरकार से किसी भी प्रकार की बातचीत नही की जाएगी।
किसानों ने यह भी घोषणा की है कि वह दिल्ली जाने वाले सभी मार्गों को बंद कर देंगे और यहां तक भी धमकी दी है कि वह दिल्ली का दाना पानी भी बंद कर देंगे।
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भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुमान सिंह सुमित, स्वराज इंडिया के नेता और संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव और अन्य दूसरे नेताओं ने सिंधु बॉर्डर पर प्रेस वार्ता की है और किसान नेताओं ने एक स्वर में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी किसानों की मन की बात को भी सुने, जिस तरह से वह अपने मन की बात देश की जनता को सुनाते हैं।
किसानों ने हरियाणा के संपर्क मार्ग मार्ग से लगने वाले गांव के किसानों से अनुग्रह किया है कि वे भी अपने अपने इलाकों के रास्ते बंद कर दें जिससे दिल्ली का दाना पानी बंद किया जा सके, साथ ही किसानों ने पंजाब के किसानो के आंदोलन के कारण जनता को हो रही परेशानी के लिए जनता से माफी भी मांगी है।
बता दें कि किसानों की इस आंदोलन का समर्थन भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता और पंजाबी अभिनेता भी कर रहे हैं और वह सिंधु बॉर्डर पर पहुंच भी चुके हैं। दूसरी तरफ निरंकारी मैदान में आप नेता और राज्यसभा सदस्य संजय से दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल ने किसानों से मिलने पहुंच रहे हैं।
हिसार के आंदोलनों को हरियाणा की खाप पंचायतों का भी समर्थन मिल रहा है और बड़ी संख्या में पंजाब और हरियाणा से किसान छिंदवाड़ा पर आ रहे हैं।
बॉर्डर पर फंसे ट्रक चालकों के बीच इस किसान आंदोलन के चलते अनहोनी की शंका भी घर पर गई है। बीते दिनों इन लोगों पर आंसू के गोले दागे गए थे और आगजनी भी हुई थी।
इन ड्राइबरो को हर समय ट्रक में आग लगने का डर सता रहा है। बता दें कि सिंघु बॉर्डर पर कई सारे ट्रक ड्राइवर गुजरात से ट्रक को लोड करके दिल्ली ले आ रहे हैं लेकिन अभी तक वह इसे पहुंचा नहीं पाए हैं।
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वही किसान लगातार कृषि कानून में संशोधन के लिए मांग कर रहे हैं कई सारे राजनीतिक और गैर राजनीतिक दल भी धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन दे रहे हैं।
मालूम हो कि पंजाब से आए इन किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। इसलिए यह किसान सिंधु बॉर्डर पर धरना देने के लिए बैठ गए हैं।
यूपी ने भी किसानों को समर्थन का ऐलान कर दिया है और यूपी गेट पर पहुंच कर धरना दिया जा रहा है। कई जगहों पर किसान जाम किए हुए हैं और धरना प्रदर्शन जारी है।