जानते है गीता गोपीनाथ को आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री बनने तक के सफर को
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ इस समय चर्चा में छाई हुए हैं क्योंकि इसकी वजह है कि आईएमएफ ने भारत की अर्थव्यवस्था के बढ़त के अनुमान को कम कर दिया है । दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच की बैठक के दौरान आईएमएफ ने यह अनुमान जारी किया है ।
वही आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री जो कि भारत से ताल्लुक रखती हैं गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत सहित दुनिया के कई देशों में सुस्ती छाई हुई है जिसका असर दुनियाभर में देखने को मिल रहा है । साथ ही उन्होंने कहा कि 2020 में वैश्विक वृद्ध में तेजी की उम्मीद अभी काफी अनिश्चित है ।
इसके पहले गीता गोपीनाथ नोटबंदी का विरोध करने के लेकर चर्चा में आई थी । मालूम हो कि आईएमएफ ने गीता गोपीनाथ को 2018 में आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में नियुक्त किया था और उन्होंने अपना कार्यभार 2019 में संभाला । मालूम हो कि गीता गोपीनाथ मुख्य अर्थशास्त्री के पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला है ।
गीता गोपीनाथ को आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान विभाग का निर्देशन बनाया गया है । मालूम हो कि गीता गोपीनाथ हावर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल स्टडीज एंड इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर हैं साथ ही राष्ट्रीय आर्थिक अनुसंधान ब्यूरो में अंतरराष्ट्रीय वित्त और माइक्रोइकोनॉमिक्स कार्यक्रम के निर्देशक भी हैं ।गीता गोपीनाथ केरल सरकार के आर्थिक सलाहकार के तौर पर भी काम कर चुकी है ।
गीता गोपीनाथ का जन्म 8 दिसंबर 1971 को कोलकाता शहर में हुआ था और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा वही प्राप्त की । गीता गोपीनाथ के पिता टीवी गोपीनाथ और माता वीसी लक्ष्मी है । गीता गोपीनाथ के माता-पिता मूल रूप से केरल के कन्नूर के रहने वाले थे । गीता ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वूमेन से 1992 में अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की और 1994 में दिल्ली स्कूल आफ इकोनॉमिक्स से पोस्ट ग्रेजुएट किया ।
गीता गोपीनाथ के पास यूनिवर्सिटी आफ वॉशिंगटन से पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री भी है । गीता गोपीनाथ हावर्ड यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र की प्रोफेसर रह चुकी हैं और इसके पहले उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में भी असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में पढ़ाया है ।
गीता गोपीनाथ भारत के वित्त मंत्रालय के जी 20 समूह की सलाहकार समिति की सदस्य भी रह चुकी हैं । 2001 में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार में पीएचडी की डिग्री हासिल की थी । गीता गोपीनाथ में 1995 बैच के आईएएस टॉपर इकबाल सिंह धालीवाल से शादी की है जो कि अर्थशास्त्र में स्नातक भी हैं । 2019 में गीता गोपीनाथ को शैक्षणिक वर्ग में राष्ट्रपति से भारतीय प्रवासी सम्मान भी मिला है ।
गीता गोपीनाथ ने जब भारत में नोटबंदी की आलोचना की तक वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया । गीता गोपीनाथ ने कहा था कि कोई भी बड़ा अर्थशास्त्री नोट बंदी को जायज नहीं ठहरा सकता है क्योंकि ना तो सभी धन काला धन है और ना ही भ्रष्टाचार ।