इंग्लैंड में इस जगह के हरे बच्चे क्या दूसरी दुनिया से आये थे ?
पृथ्वी पर विविधताएं देखने को मिलते हैं। पृथ्वीलोक खूबसूरती के साथ ही अपने अंदर कई सारे रहस्य भी रखे हैं और समय-समय पर इस के रहस्य लोगों के सामने आते रहते हैं। कुछ ऐसा ही रहस्य 12वीं शताब्दी में घटित हुआ था, जो लोगों को आज भी हैरान कर देता है। यह रहस्य है वुलपित के दो हरे बच्चे के बारे में । दरअसल वुलपिट इंग्लैंड का छोटा सा गांव है, जहां पर 12वीं में शताब्दी एक घटना घटी थी। उस वक्त इंग्लैंड में स्टीफेन शासन हुआ करता था।
उन्हीं के शासन में एक दिन इंग्लैंड के वूलपिट नमक गांव में एक ऐसी घटना घटी जिसका रहस्य आज तक सुलझ नहीं पाया है। गर्मियों का समय था लोग अपने खेतों में काम कर रहे थे। तभी अचानक से कुछ ग्रामीणों ने दो अजीब से दिखने वाले बच्चों को दिखा – एक लड़का और एक लड़की थी और उनकी पूरी त्वचा का रंग हरा था। सबसे हैरान कर देने वाली बात यह थी कि यह दोनों बच्चे एक ऐसी भाषा को बोल रहे थे जिसे वे लोग समझ नहीं पा रहे थे, यहां तक कि उन बच्चों के कपड़े भी काफी अलग थे।
फिर गांव वाले इन हरे बच्चों को वहां के जमीदार के पास ले गए। जमीदार ने यह सोचकर बच्चों को खाना दिया कि वह भूखे होंगे लेकिन बच्चों ने खाना नहीं खाया। लेकिन वही आसपास बींस का पौधा था और यह दोनों बच्चे जब बींस के पौधों को देखा तो जाकर बींस को कच्चे ही तोड़ कर खाने लग गए और यह कई दिनों तक होता रहा। ये बच्चे सिर्फ कच्चा बींस ही खाया करते थे।
फिर कई महीनों बाद ये हरे बच्चे थोड़ा-थोड़ा सामान्य खाना भी खाने लग गए। लेकिन इनकी भाषा अभी भी लोगों के समझ के परे थी। फिर पता नहीं किस वजह से एक दिन दोनों बच्चों में से एक बच्चा लड़का बीमार पड़ गया और कुछ दिन में उसकी मृत्यु हो गई लेकिन दूसरा बच्चा यानी कि लड़की पूरी तरीके से स्वास्थ्य थी।
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ऐसा बताया जाता है कि उस लड़की की त्वचा का रंग धीरे धीरे गायब होने लग गया और वह वहां के सामान इंसानों की तरह दिखने लग गई और अंग्रेजी भाषा भी बोलना सीख गई। उसके बाद उस लड़की ने लोगों को जो कहानी अपने बारे में बताई उसकी वजह से हर कोई बहुत हैरान हुआ। उस लड़की ने बताया कि जो हरे रंग का लड़का मर चुका है वह उसका भाई है। वो लोग सेंट मार्टिन नाम की जगह से आया है।
उस लड़की ने सभी को बताया कि वहां पर सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती है और सिर्फ धुंधली ही रोशनी रहती है और वहां के सभी लोग हरे रंग के होते हैं और यह जगह धरती के अंदर है। लड़की द्वारा बताई गई अपने बारे में कहानी कितनी हकीकत थी कितनी नहीं इस बारे में कोई भी नहीं जानता। लेकिन वूलपिट के लोग इस घटना को ठीक सच्ची घटना मानते हैं। आज भी इंग्लैंड के वूलपिट में लोहे का एक बोर्ड नुमा खंभा लगा है जिस पर दोनों हरे बच्चों को दिखाया गया है।