जानते है 2020-30 में स्वास्थ्य से जुड़े खतरों के संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट
2020 के साथ ना सिर्फ एक नया साल शुरू हुआ बल्कि एक नए दशक की शुरुआत भी हुई है जिसको लेकर लोगों में उत्साह भी है और चिंता भी है । वैज्ञानिकों ने चिंता जाहिर करते हुए अपनी बात रखी है । विज्ञान की वजह से इंसान की जिंदगी आसान हो गई और उसे कई सारी सुविधाएं मिली है और चिकित्सा क्षेत्र में भी आज काफी सुधार हो गया है और यही वजह है कि जो बीमारियाँ पहले जानलेवा साबित होती थी अब उन से आसानी से निजात पाया जा रहा है क्योंकि उनका इलाज संभव है ।
लेकिन ऐसे बहुत सारे चैलेंज दुनिया के सामने हैं जिसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं । स्वास्थ्य से जुडी समस्या पर नजर रखने वाली दुनिया की संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें उसने अगले एक दशक के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया है ।
आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में ऐसा क्या कहा गया है जिसका भारतीयों पर असर देखने को मिलेगा
हाल के दिनों में पर्यावरण में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है और हवा में प्रदूषण के कारण हर साल 70 लाख से ज्यादा लोग मौत के मुंह में चले जाते हैं । जलवायु परिवर्तन की वजह से संक्रामक रोग फैलते हैं जिसमें मलेरिया, जीका वायरस, आदि शामिल है जो पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है ।
दुनिया भर में होने वाली मौतों में एक चौथाई कारण हार्ट अटैक,टीबी, स्ट्रोक फेफड़े का कैंसर से जुड़ी बीमारियां आदि हैं । विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2020 में एचआईवी, टीवी, हेपेटाइटिस, मलेरिया, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज की वजह से 40लाख मौतें होंगी और मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या गरीब लोगों की होगी जिसमें ज्यादातर बच्चे होंगे ।
पोलियो को दुनियाभर से खत्म कर दिया गया है लेकिन इसके बावजूद पिछले साल में 156 मामले पोलियो के सामने आए । विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इन बीमारियों को बगैर राजनैतिक इच्छाशक्ति की समाप्त नहीं किया जा सकता है क्योंकि ये ऐसी बीमारियां हैं जो हर साल दुनिया के सामने महामारी बन के आती हैं और इन्हें रोकने का अभी तक कोई सॉलिड उपाय नहीं है ।
एयर बर्न, जीका वायरस जैसे कि इन्फ्लूएंजा इसमें सबसे बड़ा खतरा है । विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार आने वाली दशक में सबसे बड़ा चैलेंज मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां होंगी । जीका वायरस, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को रोकने का सबसे बेहतर उपाय इनसे बचाव करना है ।
इसके अलावा गलत खानपान से होने वाली बीमारियां में भी इजाफा देखने को मिलेगा । एक हैरान कर देने वाली बात है कि दुनिया की एक तिहाई बीमारियो का कारण पौष्टिक खाने की कमी और गलत आहार है । इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लोग जिस तेजी से दवाई खा रहे हैं आने वाले समय में लोगों पर कुछ खास दवाओं का असर होना बंद हो सकता है ।
आने वाले समय में ऐसा देखने को मिलेगा की एंटीबायोटिक दवाइयां उतना असर नहीं करेंगे । आने वाले समय में पानी से होने वाली बीमारी भी एक चुनौती होगी । दुनिया के लोग पानी की कमी से जूझ रहे होंगे ऐसे में सफाई करने का तरीका बदलेगा और बीमारियां तेजी से फैल सकती है । गंदे पानी का प्रयोग करने से बहुत सारी बीमारियां बढ़ रही है ।