भारत के डर से इमरान खान सेना प्रमुख बाजवा को नहीं करना चाहते रिटायर
खबर आई है कि भारत के डर की वजह से पाकिस्तान की सरकार सेना प्रमुख जावेद बाजवा को हटाना नहीं चाहती है । इमरान सरकार ने सेना प्रमुख को रोकने के लिए सेना नियमों में संशोधन कर रही है । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बहुत अच्छे से जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर और भारत-पाकिस्तान सीमा पर भारत के खिलाफ रणनीति बनाने में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जावेद बाजवा माहिर है ।
इमरान खान को लगता है कि जावेद बाजवा के जाने से भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तान की पकड़ कमजोर हो जाएगी । यही वजह है कि इमरान खान ने सेना के नियमों में 255 संशोधन किए हैं । ताकि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जावेद बाजवा से जुड़े मामले में अदालत की अड़चनों को दूर किया जा सके ।
मालूम हो कि पाकिस्तान सरकार ने सेना के नियमों में संशोधन का कदम उस समय उठाया है जब सुप्रीम कोर्ट ने बाजवा के कार्यकाल बढ़ाने के फैसले को निलंबित कर दिया । सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सेना के नियमों में ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है ।
इमरान खान को बताना चाहिए कि आखिर वह सेना प्रमुख के पद पर जावेद बाजवा के अलावा किसी और क्यों रखना चाहते है । इसके पीछे की असल वजह क्या है ? मालूम हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद तनाव की स्थिति है । इस वजह से पाकिस्तान में इमरान सरकार के लिए जावेद बाजवा जरूरत बन गए हैं ।
इसलिए इमरान सरकार ने सेना प्रमुख जनरल जावेद बाजवा का कार्यकाल 3 वर्षों के लिए बढ़ा दिया था क्योंकि इमरान खान को लगता है कि सीमा के हालात से निपटने के लिए सेना प्रमुख के अनुभव का लाभ लिया जा सकता है । पाकिस्तान के सेना प्रमुख के सेवा विस्तार का सीधा संबंध भारत से है ।
पाकिस्तान की इमरान सरकार ने सेना प्रमुख के रिटायरमेंट होने के पहले ही यह कहते हुए कि देश में अमन और शांति के लिए अनुभवी नेतृत्व की जरूरत है और सेना प्रमुख के कार्यकाल को बढ़ा दिया । मालूम हो कि सेना प्रमुख जावेद बाजवा को 3 साल का कार्यकाल बढ़ाने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने निलंबित कर दिया था ।
इमरान सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल 25 में से केवल 11 सदस्य ऐसे हैं जो सेना प्रमुख बाजवा के कार्यकाल के विस्तार के पक्ष में अपना मत दिया था । ऐसे में इसे बहुमत का फैसला तो नहीं कहा जा सकता है ।
मालूम हो कि पाकिस्तान के वर्तमान सेना प्रमुख जावेद बाजवा 29 नवंबर 2016 को, उस समय सेवानिवृत्त हुए जनरल राहिल शरीफ के स्थान पर नियुक्त किये गए थे और जावेद बाजवा को सेना प्रमुख, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने नियुक्त किया था ।
मालूम हो कि जावेद बाजवा को कश्मीर मुद्दे और खास करके भारत से लगी नियंत्रण रेखा का लंबा अनुभव है क्योंकि काफी समय तक बाजवा ने एलओसी की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली थी ।