अच्छी सेहत के लिए कितनी प्रोटीन की जरूरत होती है ?
हमें से ज्यादातर लोग यह मानते हैं कि प्रोटीन युक्त आहार सेहत के लिए अच्छे होते हैं । बाजार में भी प्रोटीन युक्त कई सारे सप्लीमेंट्स में मिलते हैं । लेकिन हम में से ज्यादातर लोग यह नहीं जानते हैं कि वास्तव में अच्छी सेहत के लिए हमें कितनी प्रोटीन की जरूरत होती है ।
आजकल लोगों में मोटापा एक बड़ी समस्या है जिसकी वजह से लोग अपनी सेहत के लिए जागरूक हो रहे हैं क्योंकि अगर पिछले 20 सालों का रिकॉर्ड देखें तो 20 साल में सबसे ज्यादा संख्या में लोग मोटापे के शिकार हुए हैं । मोटापे से बचने के लिए लोग फुल क्रीम दूध की जगह स्किम्ड दूध का इस्तेमाल करने लगे हैं ।
बहुत सारे लोग प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए बाजार में मिलने वाले प्रोटीन बार, प्रोटीन बॉल्स, दालों का इस्तेमाल करते हैं । अगर साल 2016 के आंकड़े की बात करें तो दुनिया भर में प्रोटीन प्रोडक्ट मार्केट करीब 12.4 अरब अमेरिकी डालर के बराबर है यानी कि बाजार में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ की भरमार है और दुनिया भर के लोग रेडीमेड प्रोटोन प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं ।
लोग प्रोटीन का इस्तेमाल इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है और लेकिन वही जो लोग इसके संबंध में पूरी जानकारी रखते हैं उन्हें यह गैरजरूरी और पैसे की बर्बादी लगता है । विशेषज्ञों के अनुसार प्रोटीन शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत करने और नई कोशिकाओं के बनाने में मददगार होता है ।
प्रोटीन के सबसे अच्छे स्त्रोत अंडा, मछली, डेहरी प्रोडक्ट और दाल है, जिनके प्रोटीन की वजह से अमीनो एसिड शरीर में बनता है और जब अमीनो एसिड शरीर में जाता है तो जरूरी अमीनो एसिड की पहचान शरीर कर लेता है और बाकी को फिल्टर करके शरीर से बाहर निकाल देता है ।
आइए जाने शरीर को कितनी प्रोटीन की जरूरत है : –
जो लोग ज्यादा मेहनत नहीं करते और आराम वाले काम करते हैं उन्हें अपने वजन के हिसाब से प्रति किलो के हिसाब से हर रोज 0.75 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है । यानी कि एक सामान्य पुरुष को एक दिन में औसत 55 ग्राम प्रोटीन तथा एक महिला को औसत 45 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है । प्रोटीन की कमी की वजह से शरीर की मांसपेशियाँ कमजोर होने लगती है, और वजन कम होने लगता है ।
आधुनिक जमाने के युवा जो बॉडी बिल्डिंग का शौक रखते हैं उन्हें ज्यादा प्रोटीन की आवश्यकता होती है क्योंकि प्रोटीन मुख्य रूप से मांसपेशियां बनाने का काम करती हैं । ज्यादा मेहनत वाली एक्सरसाइज जो लोग करते हैं तो उन्हें तुरंत वर्कआउट के बाद प्रोटीन की जरूरत होती है । यही वजह है कि जिम करने वाले लोगों को विशेषज्ञ प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने या फिर से उबले हुए अंडे खाने के लिए कहते हैं ।
2014 की एक रिसर्च रिपोर्ट में बताया गया है कि शुरुआत के कुछ हफ्तों में मांसपेशियों को मजबूत बनाने में प्रोटीन सप्लीमेंट्स काम नहीं करता हैं । जब ट्रेनिंग काफी ज्यादा सख्त हो जाती है तभी यह प्रोटीन सप्लीमेंट्स अपना काम शुरू करते हैं । एक शोध से यह भी पता चला है कि प्रोटीन का सही लाभ लेने के लिए शरीर को कार्बोहाइड्रेट भी लेना जरूरी होता है ।
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खिलाड़ियों और नियमित रूप से जिम करने वाले लोगों को प्रोटीन की जरूरत होती है लेकिन इसके लिए सप्लीमेंट्स जरूरी नहीं होता है । घर के बने खाने से ही आवश्यक प्रोटीन की भरपाई हो जाती है । हालांकि जिन खिलाड़ियों को हमेसा फिट रहना होता है उनके लिए ज्यादा प्रोटीन की आवश्यकता होती है ।
उन्हें सप्लीमेंट्स लेना जरूरी होता है । वही आम लोगों की तुलना में बुजुर्गों को प्रोटीन की जरूरत से ज्यादा होती है क्योंकि उन्हें अपनी मांसपेशियों को मजबूत रखने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ स्वाद भी बदलता है और लोग मीठा ज्यादा खाने लग जाते हैं । बुजुर्गों को अपने शरीर के वजन के अनुसार 1.2 ग्राम प्रति किलो के हिसाब से प्रोटीन लेना चाहिए ।
वहीं कुछ आहार विशेषज्ञ बताते हैं कि प्रोटीन के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से गुर्दे और हड्डियों को नुकसान पहुंचता है । ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का इस्तेमाल करने से नुकसान नहीं होता है लेकिन फोर्डमैप्स नाम के कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होने से पेट में गैस और पेट दर्द की परेशानी देखने को मिलती है क्योंकि इन