आईबीएम के सीईओ बने अरविंद कृष्णा के बारे में

जाने आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी आईबीएम के सीईओ बने अरविंद कृष्णा के बारे में

भारतीय प्रतिभाओं ने अपनी काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया में हर क्षेत्र में बनवा रहे हैं । अभी कुछ दिनों पहले गूगल ने गूगल और अपनी पैरंट कंपनी अल्फाबेट का सीईओ भारत के सुंदर पिचाई को नियुक्त किया । अब आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों की कमान भारतीयों के हाथ आने की फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ गया है ।

दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी आईबीएम (इंटरनेशनल बिजनेस मशीन) ने अरविंद कृष्णा को अपना सीईओ नियुक्त किया है । अरविंद कृष्णा 57 वर्ष के हैं और भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं ।

आईबीएम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने अरविंद कृष्णा को कंपनी का सीईओ चुना है । अरविंद कृष्णा 6 अप्रैल से आईबीएन के सीईओ का पद संभालेंगे । आईबीएम के वर्तमान सीईओ ने अरविंद कृष्णा को एक बेहतरीन टेक्नोलॉजिस्ट बताते हुए कहा है कि आईबीएम के अगले पारी के लिए सही सीईओ अरविंद कृष्णा है ।

आईबीएम के वर्तमान सीईओ ने कहा है कि कृष्णा ने आईबीएम की प्रमुख तकनीकों में जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड, क्वांटम कंप्यूटिंग और ब्लॉकचेन में अपनी अहम भूमिका निभाई है । अरविंद कृष्णा का नेतृत्व बेमिसाल है । वह आज के विजेता तो बनेंगे ही कल का बिजनेस खड़ा करने में भी कामयाब होंगे ।

बता दें कि अरविंद कृष्णा का जन्म हैदराबाद में हुआ था और 1990 से अरविंद कृष्णा आईबीएम से जुड़े हैं । आईबीएम एक अमेरिकी कंपनी है जिसका बाजार पूंजीकरण करीब 9 लाख करोड रुपए है । आईबीएम ने 26 साल पहले भारत ने अपना पहला ऑफिस खोल लिया था । आईबीएम दो दशक में आज अधिकतम भारतीय कर्मचारियों की सहायता से वह मुकाम हासिल कर लिया है कि बैंकों के बीच होने वाला हर एक लेनदेन आईबीएम के जरिए ही होता है ।

भारत में दो बड़ी टेलीकॉम कंपनी, 10 में से नौ बैंक दुग्ध डेयरी उत्पाद का लगभग दो तिहाई उत्पाद और देश की सबसे बड़ी एयरपोर्ट ट्रैफिक का संचालन और प्रबंधन आईबीएम के माध्यम से ही हो रहा है ।

अरविंद कृष्णा ने सीईओ के पद पर चुने जाने के बाद खुशी जताते हुए कहा है कि आईबीएम  में इतने प्रभावशाली लोग और उच्च तकनीकी है कि हम कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान कर लेंगे । वर्तमान में अरविंद कृष्णा आईबीएम में क्लाउड सॉफ्टवेयर के लिए सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के पद पर नियुक्त हैं ।

अरविंद कृष्णा आईबीएम के बिजनेस यूनिट का नेतृत्व कर चुके हैं । अरविंद को सॉफ्टवेयर कंपनी के रेड हैट के प्रेणता भी बताए जाते है । अरविंद कृष्णा 1985 में आईआईटी कानपुर में इलेक्ट्रिक इंजीनियर से स्नातक किया है ।

अरविंद कृष्णा के नाम शोध व तकनीक से संबंधित करीब 15 पेटेंट है । कंप्यूटर के क्षेत्र में आईबीएम एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसने अब तक तीन नोबेल पुरस्कार, टूरिंस्ट पुरस्कार और पांच राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी पदक और 5 राष्ट्रीय विज्ञान पदक जीते हैं । इसके साथ ही आईबीएम एक ऐसी कंपनी है जिसके नाम दुनिया के सर्वाधिक पेटेंट होने का इतिहास है । आईबीएम ने 1981 से पर्सनल कंप्यूटर के बिक्री की शुरुआत की थी ।

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