लॉकडाउन में लोगों की सेहत में हुआ सुधार

लॉकडाउन में लोगों की सेहत में हुआ सुधार

लॉकडाउन करने का सकारात्मक पहलू लोगों की सेहत पर देखने को मिला है। कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए देशभर में ढाई महीने से भी अधिक समय तक लॉकडाउन किया गया। अभी भी कंटोनमेंट जोन में लॉक डाउन है। इस लॉक डाउन के दौरान लोगों की सेहत में सुधार देखने को मिल रहा है।

लोग घरों में रहने की वजह से स्ट्रीट फूड का स्वाद नहीं ले पा रहे, जंक फूड का लुफ्त उठाने और बाहर घूमने मिलने का मौका नहीं दिया जा रहा है, जिस वजह से सेहत को नुकसान पहुचाने वाली खाद्य पदार्थों से लोगों की दूरी बन गई और लोग अपनी सेहत पर ध्यान देने लगे नतीजा यह हुआ कि लोगों की सेहत में सुधार देखने को मिल रहा है।

लॉकडाउन के वजह से लोगों को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन इससे कुछ बेहतर सकारात्मक नतीजे भी देखने को मिले हैं। लॉकडाउन में लोगों की दिनचर्या में काफी सुधार आया है। लोग अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने लगे जिससे कोरोना वायरस के अलावा अन्य संक्रमण से भी वे सुरक्षित हो गए है।

सामान्य दिनों की अपेक्षा लॉकडाउन में लोगों की सेहत में सुधार हुआ है खास करके लॉक डाउन की वजह से लोगों में पेट से जुड़े संक्रमण की शिकायत कम देखने को मिली। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि लोग बाजार के स्ट्रीट फूड और जंक फूड जोकि घूल मिट्टी की गंदगी से सने होते थे उनसे दूर हो गए और घरों में रह कर घर का बना सेहतमंद खाना खाने लगे और कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए सेहत पर ध्यान देने लगे।

क्योंकि बाजार में मिलने वाले इन स्ट्रीट फूड में स्वच्छता का अभाव देखने को मिलता है और इन खाद्य पदार्थ का जब सेवन करते हैं तो ये पेट में जाकर इन्फेक्शन फैला देता है। यह भी बड़ी वजह है जिस वजह से पेट से जुड़ी शिकायतें अप्रत्याशित रूप से घट गई है।

यह भी पढ़ें : लॉक डाउन के है नुकसान, कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा!

इसके अलावा स्ट्रीट फूड्स में कलर तीखापन आदि का इस्तेमाल भी बड़ी मात्रा में होता है और यह पेट में गैस और एसिडिटी की समस्या पैदा करते हैं। स्ट्रीट फूड और जंक फूड से परहेज की वजह से पेट से जुड़ी शिकायतों में गिरावट देखने को मिली है।

लॉक डाउन के दौरान लोगों की सेहत में सुधार देखने को मिल रहा है।
लॉक डाउन के दौरान लोगों की सेहत में सुधार देखने को मिल रहा है।

जंग फूड बीमारियों की सबसे बड़ी वजह बताई जाती है, खास करके बच्चे जंग फूड के शौकीन होते हैं और फिर उन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं होती है लेकिन लॉक डाउन की वजह से बच्चे और बड़े भी इन हानिकारक जंक फूड से दूर रहे है जिसकी वजह से भी पेट से जुड़ी शिकायतों में कमी आई है।

यह भी पढ़ें : लॉकडाउन में चरणबद्ध छूट की ये है वजह

अब लॉक डाउन के बाद अनलॉक- 1 का फेज है। धीरे धीरे लॉक डाउन को खोला जा रहा है। लेकिन लोगो को अब अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, इसके लिये ये उपाय किये जा सकते है :-

योग और व्यायाम – लॉकडाउन में सुबह शाम की बाहर की सैर बंद हो गई है विशेष करके बुजुर्ग लोग घर के अंदर ही रह रहे हैं। लोग घर पर ही रह कर योग और व्यायाम कर सकते हैं। इन आदतों को अपनाकर स्वस्थ रहा जा सकता है।

फाइबर युक्त भोजन – शरीर को फिट रखने के लिए फैट युक्त खाद्य पदार्थ के सेवन के बजाय हरी सब्जियों को अच्छी तरीके से साफ करके पका कर खाना फायदेमंद है, खास करके फाइबर यानी रेशे युक्त सामग्री को भोजन में शामिल करना पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए जरूरी है। इन दिनों बाजार में तरबूज, खीरा, ककड़ी खरबूजा आदि मिल रहे हैं। इनका भी सेवन करना चाहिए।

ड्राई फ्रूट्स और दही – गर्मियों के मौसम में मोसंबी नींबू जैसे खट्टे फल और हरी सब्जियों को अपने रोज के भोजन का हिस्सा बनाएं। खट्टे फल विटामिन सी के सबसे अच्छे स्त्रोत होते हैं। इसके अलावा बादाम, मुनक्का, अखरोट, काजू, पिस्ता जैसे ड्राई फ्रूट्स को भी हो जाना ले रोजाना सेवन करें इसके अलावा दही छाछ की लस्सी जैसे पेय पदार्थों का सेवन करें।

सेहत के प्रति सजग रहे पर्याप्त नींद लें और सेहतमंद रहे।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *