प्रखण्ड बैंकों में पैसा निकालने को ले जुट रही भीड़, समाजिक दूरी का उड़ा रहे धज्जिया
प्रखण्ड बैंकों पर सामाजिक दूरी दिखाई नहीं दे रही है। जबकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए पहले सामाजिक दूरी बनाना महत्वपूर्ण है। लॉकडाउन के दौरान पुलिस और प्रशासन की ओर से सामाजिक दूरी बनाने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन जागरूकता की कमी ऐसी है कि लोग भीड़ जुटा रहे हैं। लॉक डाउन से सभी काम बंद पड़े हैं। लॉक डाउन के दौरान भी इन बैंको पर भारी भीड़ जूट रही है, लोगों को घर का खर्चा चलाने के लिए पैसों की जरूरत हो रही है इस लिए लोग बैंकों में लम्बी लम्बी कतारें लगा रहे हैं ।
कहीं सामाजिक दूरियों का ख्याल रखा जा रहा है तो कही इसका पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है। ऐसा ही एक नज़ारा सोमवार को देखने को मिला बिहार के बक्सर जिले के चौसा मध्य ग्रामीण बैंक पर, यहाँ पहुंचे लोगों ने सामाजिक दूरी को नजरअंदाज किया। लोग सीढ़ियों पर एक दूसरे से सटे हुए नजर आए। बैंक के अंदर में तो दो या तीन लोगों का ही प्रवेश किया गया लेकिन बाहर लोगों की भीड़ जुटती दिखाई दी।कोरोना वायरस महामारी लोगों में नहीं फ़ैल सके इस लिए मोदी जी ने पुए देश को लॉक डाउन करने का आदेश दिया है ।
लेकिन बैंकों के बाहर जुट रही भीड़ इस दूरी को खत्म किए हुए है। लोगों की भीड़ जुटने के दौरान उन्हें जागरूक भी नहीं किया जा रहा है। और ना ही यंहा पुलिस प्रशाशन नजर आ रही है। यदि इस दूूरी को नहीं बनाया तो संक्रमण फैलने का अंदेशा ज्यादा माना जा सकता है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 4300 के ऊपर पहुँच गई है साथ में वायरस से मरने वालों की संख्या 111 से अधिक हो गई है ।
सबसे ज्यादा हताहतों की संख्या महाराष्ट्र से हैं. भारत में कोरोना वायरस के पिछले 24 घंटों में 800 के करीब नए मामले प्रकट हुए हैं एवं 24 लोगों की मिर्त्यु हो गई । इस महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन होना बहोत जरूरी है, दुनिया के बहोत सारे देशों ने सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन कर इस महामारी के प्रभाव को कम किया है ।
महात्मापोस्ट के लिए :- सत्य प्रकाश पान्डेय