हार्ट अटैक होने की बड़ी वजह, पश्चिमी खानपान और ज्यादा चीनी वाले खाने
आज के समय में हार्ट अटैक होने की बड़ी वजह है, पश्चिमी खानपान और ज्यादा चीनी वाले खाने ।वैश्वीकरण का नतीजा यह रहा है कि दुनिया के तमाम देशों के बीच आर्थिक आदान-प्रदान के साथ ही उनके संस्कृतियों और खानपान का भी आदान-प्रदान हुआ है जिसके कुछ फायदे हुए हैं तो इसके नुकसान भी देखने को मिले हैं ।
अब एक शोध में दावा किया गया है कि भारतीयों में पश्चिमी खानपान की वजह से हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है, साथ ही जो लोग अपने खाने में ज्यादा चीनी का इस्तेमाल करते हैं उनमें भी हार्ट फेल का खतरा ज्यादा रहता है ।
दरअसल लोग बदलते वक्त के साथ पश्चिमी शैली को कॉपी करने लग गए हैं और मेहनत के काम से बचने लगे हैं नतीजा यह हो रहा है कि पश्चिमी खानपान और खाने में ज्यादा चीनी के इस्तेमाल करने की वजह से और लोगों के शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने की वजह से सबसे ज्यादा असर इस सबका उनकी सेहत पर पड़ रहा है ।
इसकी वजह से हार्ट अटैक होने के अलावा हृदय गति रुकने की घटनाएं ज्यादा देखने को मिल रही है । यह शोध ओपन एक्सेस जर्नल में प्रकाशित हुआ है ।
शोध करने वाले वैज्ञानिकों ने बताया है कि हृदय गति रुकने से पहले की स्थिति को प्री हार्ट अटैक के नाम से जाना जाता है । चिकित्सा भाषा में इसे मायोकार्डियल डिस्फंक्शन के नाम से जानते हैं, जो कि बाद में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण बनता है ।
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इसमें प्री डायबिटीज और प्री हाइपरटेंशन की समस्या देखने को मिलती है जिससे इस बात की आशंका जताई जाती है कि आगे चलकर इन्हें हार्ट की समस्या देखने को मिलती है ।
दरअसल हार्ट अटैक के पहले हार्ट की मांसपेशियों में काफी ज्यादा बदला हो जाता है जिससे ब्लड की पंपिंग तो होती रहती है लेकिन हृदय के वॉल काफी कमजोर पड़ने लग जाते हैं और आगे चलकर यही हार्ट फेल्योर की सबसे बड़ी वजह बनते हैं ।
वैज्ञानिकों ने विकसित और विकासशील देशों में हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए इसके रिस्क फैक्टर को पहचानने की कोशिश की है, जिससे समय रहते उनकी जांच करके इनका इलाज किया जा सके ।
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शोधकर्ताओं ने प्री हार्ट अटैक के स्टेज को जानने के लिए तीन अलग-अलग शोधों का बारीकी से विश्लेषण करके उन्हें समझने की कोशिश की है । शोधकर्ताओं ने इसके लिए खाने पीने के तरीके के साथ ही अन्य फैक्टर के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की ।
शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्यादा चीनी वाला खाना खाने और पश्चिमी खानपान को अपनाने की वजह से हार्ट अटैक का खतरा भारत और भू मध्य के क्षेत्र में सबसे ज्यादा पाया गया है ।
वहीं भारत और भूमध्य क्षेत्रो का जो पारंपरिक खानपान है इससे हहार्ट फेल्योर का खतरा काफी कम हो जाता है । इसलिए यदि खानपान की आदतों में बदलाव कर लिया जाए तो हार्ट अटैक होने को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है ।
हार्ट फेल्योर का सबसे बड़ा कारण मोटापा और अनियमित खान पान और शारीरिक मेहनत न करना है । आज के समय में सक्रिय रहिये और हार्ट अटैक, मधुमेह एवं मोटापा जैसे बिमारिओं को दूर भगाइये । आज की आवश्यकता है की थोड़ा समय अपने स्वस्थ के लिए भी निकालें . प्रातःकाल का मॉर्निंग वाक , थोड़ा सा योगा अथवा 30 मिनट्स का शारीरिक वयायाम आप के जीवन में उमंग और उल्लास ला सकता है और आप लाइफस्टाइल से होने वाले बिमारिओं से दूर रह सकते है.