जानते हैं थायराइड और उसके लक्षण के बारे मे

जानते हैं थायराइड और उसके लक्षण के बारे मे

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आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली और पौष्टिक खाना ना खाने की वजह से कई सारी बीमारियां होने का खतरा हमेशा बना रहता है । इन्हीं बीमारियों में से एक गंभीर बीमारी है थायराइड । हमारे देश में थायराइड के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है । थायराइड को साइलेंट किलर के तौर पर भी लोग मानते हैं क्योंकि इसके लक्षण तुरंत दिखाई नहीं देते बल्कि बहुत समय बाद नजर आते हैं । थायराइड की समस्या से सबसे ज्यादा महिलाएं ग्रसित होती हैं ।

दरअसल थायराइड हमारी गर्दन के ऊपर वोकल कार्ड के दोनों ओर दो भागों में बनी होती है । इस थायराइड ग्रंथि में थायरोक्सिन हार्मोन बनता है । थायराइड हार्मोन से शरीर को ऊर्जा मिलती है,प्रोटीन का उत्पादन होता है, साथ ही अन्य दूसरे हार्मोन के प्रति होने वाली संवेदनशीलता भी इसके जरिए कंट्रोल होती है । थायराइड ग्रंथि शरीर में मेटाबोलिज्म की ग्रंथियों को भी कंट्रोल करने का काम करती हैं ।

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जानते हैं कैसे थायराइड की बीमारी नुकसान पहुंचाती है और इसके क्या लक्षण है –

थायराइड की समस्या उत्पन्न होने पर जल्दी से थकान होना, शरीर सुस्त होना, थोड़ा काम करते ही एनर्जी लेवल खत्म हो जाना, तनाव में रहना और किसी भी काम में मन ना लगना, याददाश्त का कमजोर होना और मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना शामिल है ।

हम में से ज्यादातर लोग इन समस्याओं को आम समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं जो बाद में काफी घातक साबित होती है । यहां तक कि कभी-कभी यह जानलेवा भी हो जाती है । थायराइड किसी रोग का नाम नहीं है बल्कि यह एक ग्रंथि का नाम है जिसकी वजह से यह रोग होता है और आम भाषा में लोग इस परेशानी को थायराइड बीमारी कहते हैं ।

दरअसल थायराइड गर्दन के निचले हिस्से में पाई जाने वाली एक एंडोक्राइन ग्रंथि है यह ग्रंथि एडम्स एप्पल के ठीक नीचे होती है । थायराइड ग्रंथि का नियंत्रण पिट्यूटरी ग्लैंड में होता है और पिट्यूटरी ग्लैंड को मेटाबोलिज्म नियंत्रित करता है ।  हमारे शरीर में थायराइड ग्रंथि का काम थायरोक्सिन हार्मोन बनाकर खून तक पहुंचाना है जिससे शरीर का मोटापा नियंत्रण में रहे ।

थायराइड ग्रंथि दो प्रकार के हार्मोन बनाती है पहला है T3 हार्मोन  जिसे ट्राई आयोडीन थाइरोइड कहते हैं और टी 4 जिसे थायरोक्सिन कहते हैं । जब थायराइड ग्रंथि से निकलने वाले इन दोनों हार्मोन में असंतुलन उत्पन्न हो जाता है तब थायराइड की समस्या हो जाती है । वैसे तो थायराइड की बीमारी देखने और सुनने में काफी हल्की नजर आती है लेकिन बाद में इसके परिणाम काफी खतरनाक हो सकते हैं ।

ऐसे में थायराइड का डॉक्टर से इलाज करवाना बेहद जरूरी होता है । हालांकि इसके लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी अपनाए जा सकते हैं । थायराइड में काफी पीने से फायदा मिलता है । प्याज खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ ही सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि प्याज में एंटी बैक्टीरियल एंटी फंगल के अलावा और भी कई सारे जरूरी तत्व होते है ।

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