सबसे जरूरी पोषक तत्व है विटामिन सी
विटामिन सी को सबसे जरूरी पोषक तत्व कहा जाता है । शरीर को विटामिन सी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है । वहीं दूसरी तरफ है यह भी एक तथ्य है कि बहुत सारे लोग विटामिन सी की कमी की समस्या से ग्रस्त है ।
विटामिन सी के अलावा विटामिन ही एक ऐसा तत्व है जिसे हमारा शरीर खुद नहीं बनाता है और विटामिन की पूर्ति करने के लिए हमें विटामिन को खाद्य पदार्थों के जरिए सेवन करना होता है । विटामिन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है तथा यह शरीर को कई सारी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है ।
जानते हैं विटामिन सी के फायदे :—
विटामिन सी आमतौर पर खट्टे फलों और सब्जियों में पाया जाता है । विटामिन सी की कमी को पूरा करने के लिए फल और सब्जियां को अपने डाइट में इस्तेमाल करना चाहिए । पालक, केला, स्ट्रॉबेरी, नारंगी, नींबू, कीवी, संतरा जैसे फलों और सब्जियों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाई जाती है ।
विटामिन सी ही हमारे शरीर के घाव को भरने का काम करता है और संयोजी ऊतकों का निर्माण करता है । जब विटामिन सी की शरीर में कमी हो जाती है तब मसूड़ों से खून आने की समस्या देखने को मिलती है साथ ही बीमारियों से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है तथा हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या भी हो जाती है ।
इसके अलावा त्वचा में भी रूखेपन जैसी समस्या नजर आने लगती है । विटामिन सी किडनी को स्वस्थ रखने का काम करती है । विटामिन सी ब्लड प्रेशर की समस्या को भी दूर रखती है ।
जब शरीर में विटामिन सी की कमी होती है तब ब्लड प्रेशर की समस्याएं होने लगती हैं और विटामिन सी की कमी होने पर किसी भी प्रकार की बीमारी और संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है । विटामिन सी आंखों के लिए भी फायदेमंद होती है तथा दांत की बीमारियों को भी दूर रखती है । शरीर में जब विटामिन सी की कमी होती है तो आँख और दांत से संबंधित बीमारियां होने लगती हैं ।
विटामिन सी शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को भी नियंत्रित रखता है और डायबिटीज की बीमारी से बचाता है । यानी कि विटामिन से हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है । इसलिए हमें यदि ऊपर दिए लक्षणों में से कोई भी लक्षण नजर आए तो अपनी डाइट में विटामिन सी की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए और किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए ।
तो आज से ही अपनी डाइट में देखी कि कहीं आपके डाइट में विटामिन सी की कम मात्रा तो नहीं है और अगर यह कम है तो इसे संतुलित स्तर पर बनाने की कोशिश करें और अपने खाद्य पदार्थों में विटामिन सी के स्रोतों को इस्तेमाल करें ।